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बृजेश शर्मा, नरसिंहपुर. कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट 21 मई से शुरू हो रहे हैं। इसके लिए एडमिट कार्ड जारी होना शुरू हो रहे हैं। मध्यप्रदेश के छात्रों को प्रदेश की बजाय बाहर राज्यों की यूनिवर्सिटी लुभा रही हैं। एनटीए के द्वारा लिए जा रहे टेस्ट में देश भर में लगभग 16 लाख शामिल हो रहे हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए के द्वारा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण और एडमिट कार्ड जारी होना शुरू हो चुका है। इस परीक्षा में देश भर से 16 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल होंगे।
200 से ज्यादा यूनिवर्सिटी ऐसी हैं जिनके लिए यह टेस्ट तय किया गया है। इनमें 44 सेंट्रल यूनिवर्सिटी , 34 स्टेट, 32 डीम्ड यूनिवर्सिटी और 132 प्राइवेट यूनिवर्सिटी हैं। मध्यप्रदेश में जो यूनिवर्सिटी हैं उनमें डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर, इंदिरा गांधी नेशनल ट्राईबल यूनिवर्सिटी अमरकंटक, बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी भोपाल, देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय इंदौर, विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन, इंडियन इंस्टिट्यूट टूरिज्म एंड ट्रैवलस मैनेजमेंट ग्वालियर ,लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एजुकेशन ग्वालियर एमिटी व आईटीएम यूनिवर्सिटी आदि के लिए टेस्ट हैं।
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कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट में जिन राज्यों के सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं उनमें सर्वाधिक उत्तर प्रदेश के तीन लाख, दिल्ली से डेढ़ लाख, बिहार से 80 हज़ार, हरियाणा और राजस्थान से 60 - 60 हज़ार, झारखंड से 65 हज़ार और मध्य प्रदेश से 55 हज़ार आवेदन भरे गए हैं। लगभग पचास हजार आवेदन अन्य कई राज्यों से हैं।
पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में 41 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन ज्यादा हुए हैं। गौरतलब है कि इनमें इन आवेदकों की फर्स्ट च्वाइस दिल्ली, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी, जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली, डॉ. भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी दिल्ली, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी है। वरीयता के क्रम में मध्य प्रदेश की यूनिवर्सिटी अन्य के मुकाबले पिछड़ रही हैं। प्रदेश के छात्र भी मध्यप्रदेश के बजाय दिल्ली ,बनारस में पढ़ने के ज्यादा इच्छुक हैं। खास बात यह है कि भारत में पढ़ने के लिए विदेशी छात्रों का भी रुझान बढ़ा है। बीते साल 59 देशों के आवेदन आए थे जबकि इस वर्ष दुनिया के 74 देशों के छात्रों के आवेदन इस टेस्ट के लिए हैं।
एनटीए ने कमाए करोड़ों रुपए
एंट्रेंस टेस्ट के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए ने कई करोड़ रुपए कमाए हैं। टेस्ट के लिए लगभग 5 लाख से ज्यादा आवेदन अनारक्षित वर्ग से हैं। जिनसे उसने तीन विषयों के लिए 750 रु व 7 विषयों के लिए 15 सौ रुपए और 10 विषयों के लिए 1750 रुपए वसूले हैं, जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों की संख्या लगभग साढ़े 3 लाख है, इनसे एजेंसी ने तीन विषयों के लिए 700 व 7 विषयों के लिए 1400 और 10 विषयों के लिए 1650 रु वसूले हैं।
अनुसूचित जाति ,जनजाति एवं थर्ड जेंडर के लिए यह फीस क्रमशः राशि 650, 1315 व 1500 रु ली गई है। एनटीए 21 मई से शुरू हो रही परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड 3 दिन पहले जारी करेगा। छात्रों के रजिस्ट्रेशन के आधार पर अब एनटीए 6 जून तक परीक्षाएं आयोजित करेगा। यह परीक्षाएं विषय वार प्रश्न पत्रों के आधार पर हैं।