Jabalpur. जबलपुर में थोक पान मसाले और सिगरेट के व्यापारी मुकेश जैन के यहां स्टेट जीएसटी की एंटी एवेजन ब्यूरो की छापेमार कार्रवाई 7 दिनों तक चली। कार्रवाई के 7वें दिन टैक्स, पेनल्टी और सेस समेत फाइन के रूप में व्यापारी ने 1 करोड़ 34 लाख रुपए सरेंडर किए हैं। सर्च कार्रवाई और दस्तावेजों की पड़ताल के बाद विभाग को स्टॉक में बड़ी गड़बड़ी मिली थी। 27 जनवरी को शुरू हुई छापेमार कार्रवाई दस्तावेजों की पड़ताल के चलते 2 फरवरी तक चली।
स्टॉक में पाया गया था अंतर
जांच में पता चला था कि गलगला स्थित महावीर ट्रेडर्स के संचालक मुकेश कुमार जैन ने ट्रेडिंग अकाउंट में जो स्टॉक बताया था, उसमें बड़ा अंतर पाया गया। ऐसा ही अंतर खरीदी और बिक्री के रजिस्टर में पाया गया है। कारोबारी ने बिना बिल के पान मसाला, सिगरेट, लौंग, इलायची, चूना-कत्था और दूसरी कमोडिटी की खरीदी की थी और उसका विक्रय भी ऐसे ही किया था।
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ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि कारोबारी की तरफ से जीएसटी रिटर्न जीएसटीआर एक में तो बिक्री दिखाई जा रही थी, लेकिन खरीदी और बिक्री के लिए रिटर्न में दोनों ही चीजें कम बताई जा रही थीं। वहीं यह जानकारी भी सामने आई कि कारोबारी की ओर से कैश में नाम मात्र का टैक्स जमा किया जा रहा था। इसी को आधार बनाकर ब्यूरो की टीम ने छापे की कार्रवाई शुरू की थी।
और बढ़ सकती है पेनल्टी
अधिकारियों ने बताया कि अभी दस्तावेजों का परीक्षण जारी है। इसलिए टैक्स राशि और बढ़ सकती है। ज्वाइंट कमिश्नर एंटी एवेजन ब्यूरो आर के ठाकुर ने बताया कि पान मसाला और सिगरेट कारोबारी के यहां छापे की कार्रवाई के दौरान टैक्स संबंधी अनियमितताएं मिली हैं। कारोबारी ने ट्रेडिंग अकाउंट में जो स्टॉक बताया उस में अतंर पाया गया है। 1 करोड़ 34 लाख रुपए की राशि टैक्स पेनल्टी, सेस और फाइन के रूप में जमा कराई गई है।