Sheopur. श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में नमीबिया से लाए गए चीते पवन की हरकतों की वजह से अब उसे बाड़े में बंद करके रखा गया है। दरअसल बीते माह कूनो के बड़े बाड़े की फेंसिंग को फांदकर चीता यूपी बॉर्डर तक जा पहुंचा था, उसे दो बार ट्रेक्युलाइज करके वापस कूनो लाया गया। उसके बार-बार फेंसिंग को फांदने की आदत के कारण वन विभाग मजबूरन अब उसे बड़े बाड़े में कैद करके रख रहा है।
बता दें कि नामीबिया से पिछले साल 17 सितंबर को कूनो नेशनल पार्क में लाए गए चीतों में शामिल ओबान का नाम पवन रखा गया था। उसे क्वारंटीन बाड़े के बाद बड़े बाड़े में शिफ्ट किया गया था। पवन ने दूसरों चीतों के बनिस्बत जल्दी ही खुदको यहां के माहौल के हिसाब से ढाल लिया था। लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह पार्क छोड़कर भागने लगा। कभी आबादी की तरफ तो कभी उत्तरप्रदेश की सीमा में दाखिल होने की उसकी कोशिश को देखते हुए उसका दो बार रेस्क्यू किया गया।
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कुछ दिन रखेंगे कैद में
वन विभाग ने यह तय किया है कि चीते पवन को कुछ दिन खुला नहीं छोड़ना है, इसलिए उसे बड़े बाड़े में कैद कर दिया गया है। पवन के साथ दो मादा चीतों को रखा गया है। कूनो नेशनल पार्क के सीसीएएफ उत्तम कुमार ने बताया कि चीता पवन कूनो के खुले जंगल से बाहर भाग रहा था, उसे ट्रेंकुलाइज कर वापस कूनो पार्क लाया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्णय के बाद उसे पार्क के बड़े बाड़े मे रखा गया है।
बता दें कि चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया से 8 और साउथ अफ्रीका से 18 चीते पार्क लाकर बसाए गए हैं। चीतों को चरणबद्ध तरीके से पहले क्वारंटीन बाड़े से बड़े बाड़े और फिर खुले जंगल में रिलीज किया जा रहा है। अब तक 4 नामीबियाई चीते खुले जंगल में छोड़े गए थे। जिनमें से एक चीते को वापस बड़े बाड़े में कैद किया गया है। खुले जंगल में 3 चीते मौजूद हैं। इनमें दो नर और एक मादा चीता शामिल है।