Bhopal. राजधानी भोपाल की हरियाली चट करने वालों की नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने 6 सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए एनजीटी ने 4 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जिसमें अर्बन डिपार्टमेंट के सेकेटरी, नगर निगम भोपाल, डीएफओ और मध्यप्रदेश पाल्युशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी रहेंगे। साथ ही भोपाल की हरियाली खत्म होने के मामले में 4 सप्ताह के अंदर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट, नगर निगम भोपाल और कलेक्टर भोपाल से जवाब भी मांगा है।
द सूत्र के पास 692 अतिक्रमणकारियों की पूरी सूची
राजधानी भोपाल (Rajdhani Bhopal) में सरकार की नाक के नीचे ही ग्रीनरी खत्म (greenery finish) हो रही है और किसी के कान में जूं तक नहीं रेंग रही। अकेले राजधानी परियोजना प्रशासन (Rajdhani Project Administration) यानी सीपीए (CPA) द्वारा 15 साल में जो 28 लाख पेड़ लगाए गए उनमे से ही 692 जगह इन हरेभरे पेड़ों को काटकर अतिक्रमण हो चुका है। द सूत्र के पास इन 692 अतिक्रमणकारियों (Encroachment) की पूरी सूची उपलब्ध है। किसी में इतनी हिम्मत नहीं कि वे इन पर कार्रवाई कर दे, पर द सूत्र इन सफेदपोश रसूखदारों का पूरा खुलासा किया। द सूत्र ने इस मुद्दे को 22 फरवरी 2022, 24 जून 2022 और 27 जून 2022 को प्रमुखता से उठाया था।
ये हैं भोपाल की हरियाली के दुश्मन...
- अरेरा कॉलोनी के ई-सेक्टर में दिलीप बिल्डकॉन के दिलीप सूर्यवंशी (Dilip Suryavanshi) का आलीशान बंगला है। बंगले के सामने सीपीए ने जिस जगह पर पेड़ लगाए थे, वहां पेड़ों को काटकर अब लग्जरी कारे खड़ी हो रही है।
माननीयों की आंखों के सामने भी खत्म हुई हरियाली...
- 4 ईमली में बी—10 कृषि मंत्री कमल पटेल और बी—11 खाद्य एवं नागरिक आपूर्ती मंत्री बिसाहूलाल सिंह और बी—9 में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति का बंगला है। इन बंगलों के सामने का ग्रीनरी के पोर्च को कम कर दिया है, ताकि यहां गाड़ी खड़ी हो सके। कुल मिलाकर ग्रीनरी पर अतिक्रमण कर पेबल ब्लॉक लगाकर पार्किंग बना दी गई है। हालांकि यह अतिक्रमण पुराने बताए जा रहे हैं, पर स्थिति को सुधारने वर्तमान माननीयों ने भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
निगम के खुद के अतिक्रमण तो कार्रवाई कैसे करें!
11 नंबर से 1100 क्वाटर के बीच ही दो जगह नगर निगम के खुद के अतिक्रमण हैं तो पूरे भोपाल का अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है। अरेरा कालोनी में ही रोडमास्टर साइकिल शोरूम के सामने भी गाड़ी खड़ी करने के लिए पेड़ों को काटकर जगह समतल कर दी गई है। इस शोरूम के पास निगम लोगों के बैठने के लिए जिस जगह चेयर लगाने वाला है, वहां पहले कभी पेड़ हुआ करते थे। वहीं साढ़े 10 नंबर चौराहे पर स्थित दुर्गादास राठौर की प्रतिमा को निगम ने चौराहे से हटाकर साइड में उसी जगह स्थापित किया जहां ग्रीनरी होना थी। प्रतिमा के पास लोगों के बैठने के लिए बेंच लगाई गई, जिससे एक बड़ा हिस्सा ग्रीनरी का चला गया।