MPPSC मेंस की डेट बढ़ाने की मांग पर कैंडिडेट्स का प्रदर्शन, की नारेबाजी

MPPSC मेन्स 2023 की डेट बढ़ाने कैंडिडेट्स ने प्रदर्शन किया और पीएससी ऑफिस इंदौर के सामने नारेबाजी की। पीएससी के दफ्तर के बाहर सैंकड़ों उम्मीदवारों ने नारेबाजी की गई। यह उम्मीदवार 11 मार्च से शुरू हो रही मेंस की तारीख बढाने की मांग कर रहे हैं। मध्यप्रदेश

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Jitendra Shrivastava
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मेंस की डेट बढ़ाने को लेकर उम्मीदवारों ने प्रदर्शन किया
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संजय गुप्ता, INDORE. राज्य सेवा परीक्षा मेंस 2023 ( MPPSC MAINS 2023) की तारीख आगे बढ़ाने की मांग को लेकर एक बार फिर उम्मीदवारों ने बड़ा प्रदर्शन किया। मप्र लोक सेवा आयोग (पीएससी) के दफ्तर के बाहर सैंकड़ों उम्मीदवार दोपहर में जमा हुए और जमकर नारेबाजी की गई। यह उम्मीदवार 11 मार्च से शुरू हो रही मेंस की तारीख बढाने की मांग कर रहे हैं। उम्मीदवारों का कहना है कि औसतन दो-ढाई लाख उम्मीदवार राज्य सेवा प्री देते हैं और पदों के हिसाब से औसतन पांच से आठ हजार ही मेंस के लिए पास होते हैं, अब यदि इन्हें तैयारी के लिए पूरा समय नहीं मिलेगा तो इतनी मेहनत कर यहां तक आने वालों के साथ अन्याय होगा।

दफ्तर के बाहर सड़क पर ही बैठे उम्मीदवार

उम्मीदवारों में गुस्सा इस तरह से है कि वह सैंकड़ों की संख्या में आयोग के दफ्तर के बाहर जमा हुए। इनके हाथों में पोस्टर, बैनर थे, जिसमें तारीख आगे बढ़ाने की मांग के साथ पद बढ़ाने, 13 फीसदी प्रोवीजनल रिजल्ट को भी जारी करने जैसी अन्य मांग भी थी लेकिन मुख्य मांग मेंस की तारीख बढ़ाने की ही थी। गुस्से में उम्मीदवार आयोग के दफ्तर के बाहर सड़क पर ही काफी देर तक बैठे रहे और जमकर नारेबाजी हुई।

यह कहना है उम्मीदवारों का

राज्य सेवा प्री 2023 की परीक्षा 17 दिसंबर को हुई थी और रिजल्ट 18 जनवरी को आया था। उम्मीदवारों का कहना है कि हमें रिजल्ट के बाद कम से कम 90 दिन मिलना चाहिए। वहीं आयोग का कहना है कि परीक्षा शेड्यूल तो अक्टूबर 2023 में ही आयोग ने जारी कर दिया था, यानि उम्मीदवारों को पहले से ही पता था कि कब परीक्षा होना है, दूसरा यह कि रिजल्ट से उम्मीदवार 90 दिन गलत गिन रहे हैं, परीक्षा 17 दिसंबर को हुई थी, इस हिसाब से उन्हें पर्याप्त समय मिल रहा है। यदि परीक्षा आगे बढ़ाई जाती है तो फिर 28 अप्रैल को 2024 प्री होना है, वहीं लोकसभा चुनाव भी रहेंगे, इन सभी को देखते हुए यदि तारीख बढ़ाई जाती है तो पूरा परीक्षा शेड्यूल बिगड़ जाएगा और यह मेंस भी लंबी खिंच जाएगी।

राज्य वन सेवा बढ़ने के बाद मांग और तेज हुई

हालही में आयोग ने फरवरी अंत में होने वाली राज्य वन सेवा मेंस को जून के अंत में शिफ्ट कर दिया है। हालांकि इसका कारण बताया गया कि इस दिन आयोग की अन्य परीक्षा भी क्लैश हो रही थी। उम्मीदवारों का कहना है कि आयोग से जो मांग की जाती है वह छोड़कर वह अन्य काम कर देता है, इसलिए उम्मीदवार लगातार मानसिक प्रताड़ना में रहते हैं। पहली भी प्री और मेंस के बीच लंबा अंतर रहा है। राज्य सेवा मेंस 2022 को भी दो बार आगे बढ़ाया गया था, फिर इस बार 2023 मेंस की तारीख आगे बढ़ाने में क्या समस्या है? आयोग को कोई समस्या होती है तो वह अपने स्तर तो परीक्षा आगे बढ़ा देता है जैसे असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा को आगे बढ़ाया था लेकिन उम्मीदवार मांग करते हैं तो उसमें मना कर दिया जाता है।

उम्मीदवार बोले- प्री और मेंस के बीच पहले मिला लंबा समय

उम्मीदवारों ने कहा कि साल 2019 की प्री और मेंस के बीच 11 माह का समय मिला, 2021 में 8 माह का समय मिला, 2022 में सात माह का समय मिला। यूपीएससी भी प्री रिजल्ट के बाद 110 दिन का समय देती है। उम्मीदवारों का यह भी कहना कि आयोग कह रहा है कि अक्टूबर में ही शेड्यूल जारी कर दिया था लेकिन हम प्री की तैयारी में रहे, प्री 17 दिसंबर को हुई, फिर मेंस के लिए लगे रहे लेकिन केवल 85 दिन ही परीक्षा के बाद मिल रहे हैं, ऐसे में इतना लंबा कोर्स करना संभव नहीं होता है। रिजल्ट से तो हमे 50 दिन का ही समय मिल रहा है।

आयोग एक फरवरी को कर चुका है तारीख नहीं बढ़ाने का फैसला

आयोग इससे पहले गुरूवार (एक फरवरी) को बैठक कर चुका है और इसमें तय हुआ था कि राज्य वन सेवा परीक्षा को आगे बढ़ाया जाएगा लेकिन राज्य सेवा परीक्षा 2023 मेंस बढ़ाने को लेकर तय हुआ कि इसे नहीं बढ़ा सकते हैं, क्योंकि आगे कोई विंडो नहीं है और यह शेड्यूल भी अक्टूबर 2023 से ही जारी है और प्री के बाद पर्याप्त समय दिया गया है।

MPPSC Mains 2023 डेट बढ़ाने की मांग कैंडिडेट्स का प्रदर्शन