संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में गुरुसिंघ सभा के सालों से अटके चुनाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को हुई बैठक में बवाल हो गया। अकाल तख्त अमृतसर से सदस्य परमपाल सिंह इसके लिए आए हुए थे, लेकिन सभा के अध्यक्ष मनजीत सिंह उर्फ रिंक भाटिया ने आरोप लगा दिए कि आप तो पक्षकार हरपाल उर्फ मोनू सिंह भाटिया के कार्यक्रम में अतिथि बनकर चले गए तो फिर आप के निष्पक्ष होने पर कैसे भरोसा करें? उन्होंने साथ ही कहा कि आप एक दिन पहले इंदौर आए, लेकिन गुरू सिंघ सभा को सूचित नहीं किया, भोजन भी बियर बार वाले रेस्त्रां (जो टॉवर चौराहे पर स्थित है) पर कर लिया। इन सभी से तो आपकी कार्रवाई, भूमिका ही सवालों के घेरे में आ गई। अखिर में कई मुद्दों पर बहस के बाद चुनाव को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं हो पाया।
बैठक में रिंकू और मोनू के बीच हो गई बहस
बैठक में रिंकू ने कहा कि गुरूसिंघ सभा के साथ ही खालसा एजुकेशन सोसायटी के भी चुनाव कराए जाएं। हमने पांच हजार सदस्य बना लिए हैं और एक साथ सभी के फार्म छपवा लिए हैं। इस पर अकाल तख्त सदस्य सिंह ने कहा कि दोनों की सोसायटी अलग है, तो एक फार्म पर दोनों के चुनाव कैसे हो सकते हैं? वहीं मोनू भाटिया ने कहा कि गुरूसिंघ सभा के चुनाव पहले होना चाहिए, यह सालों से अटके हैं और अकाल तख्त भी इसी बात को लेकर बैठक करा रहा है, ताकि इसी चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो। उधर खालसा एजुकेशन सोसायटी की ओर से कोई बैठक में नहीं पहुंचा। बॉबी छाबड़ा की संस्था से किसी के नहीं पहुंचने पर भी आपत्ति ली गई। गुरूसिंघ सभा के सदस्यों ने कहा कि अकाल तख्त ने बॉबी को क्यों नहीं बुलाया और बुलाया तो वह क्यों नहीं आए।
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क्रिकेट टूर्नामेंट में अतिथि बनकर गए थे परमपाल सिंह
मप्र-छग केंद्रीय श्री गुरूसिंघ सभा इंदौर द्वारा सात दिवसीय सिख प्रीमियर क्रिकेट लीग का आयोजन कराया गया था जिसका रविवार को समापन था। इसमें मोनू भाटिया मुख्य आयोजक थे, इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संत बाबा घोलासिंह थे तो वहीं अकाल तख्त सदस्य परमपाल सिंह इसमें अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। साथ ही कई राजनेता भी इसमें उपस्थित हुए थे। भाटिया भी गुरूसिंघ सभा के चुनाव के लिए पक्षकार है, ऐसे में उनके आयोजन में परमपाल सिंह के जाने से विवाद खड़ा हो गया है।