SHIVPURI. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंच से जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगी है। सिंधिया ने कहा कि जाने अनजाने कोई गलती हुई तो मुझे माफ कर देना। मेरा संबंध आपसे है, राजनीतिक संबंध नहीं है। ये दिल आपके लिए धड़कता है। मुझसे जो गलतियां हुई तो माफ करना।
सिंधिया ने भाषण के दौरान मंच से हाथ जोड़कर माफी मांगी
दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार को शिवपुरी पहुंचे। जहां उन्होंने विभिन्न समाजों के साथ सामाजिक सम्मेलनों में हिस्सा लिया। इस दौरान सिंधिया ने समाज के लोगों से वन टू वन चर्चा भी की। वहीं वैश्य जैन समाज के सामाजिक सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने समाज को एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण के लिए अपना योगदान देने की बात कही। इस दौरान सिंधिया ने अपने भाषणों में मंच से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि मुझसे जाने अनजाने में जो भी गलतियां हुई हो उसके लिए मुझे क्षमा कर देना मैंने जो भी गलतियां की है उसके लिए मैं माफी मांगता हूं।
आखिरी सांस तक मैं आपके लिए समर्पित रहूंगा
सिंधिया ने भावुक होते हुए कहा कि मैं उस परिवार का सदस्य हूं, जिसका दिल आपके लिए धड़कता है। मुझसे यदि कोई गलती हुई हो तो मैं क्षमा मांगता हूं और जीवन की आखिरी सांस तक मैं हमेशा आपके लिए समर्पित रहूंगा और सदैव गुना-शिवपुरी क्षेत्र का विकास करता रहूंगा।
भ्रष्टाचार कैंसर है जिसे हमको मिलकर मिटाना होगा
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संवाद कार्यक्रम के मंच से कहा कि भ्रष्टाचार एक कैंसर है जिसे आप और हम को मिलकर मिटाना होगा। मेरी माताएं-बहनें पानी की समस्या से जूझती थी जिसके चलते साल 2008 में सिंध नदी से पाइप लाइन बिछाकर नगर में पानी पहुंचाने मेरे द्वारा 90 करोड़ का बजट स्वीकृत कराया गया था, लेकिन भ्रष्टाचार के चलते मनमाने तरीके से सड़के खोदी गई। अच्छे पाइप तोड़ दिए गए और जो पाइप बिछाए गए वे पानी कम देते हैं बल्कि, वह फूटते ज्यादा है।
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सिंधिया परिवार का दिल का नहीं खून का रिश्ता है
इसके अलावा सिंधिया पाल, बघेल, धनगर समाज के संभागीय सम्मलेन में भी शामिल हुए। जहां उन्होंने पाल बघेल समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि मैं यूं कहूं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि पाल समाज और सिंधिया परिवार का रिश्ता दिल का नहीं खून का रिश्ता है। आपके समाज की पूर्वज रानी अहिल्याबाई होलकर महाराष्ट्र के जिस इलाके से संबंध रखती हैं हमारी उत्पत्ति भी वहीं से हुई है। मेरे पूर्वज महादजी सिंधिया और अहिल्याबाई होल्कर के बीच भाई बहन का रिश्ता था। हम दो मराठा परिवार एक साथ महाराष्ट्र से आए हैं।
हम मराठा है कभी झुकते नहींः सिंधिया
उन्होंने आगे कहा कि हम मराठा है कभी झुकते नहीं। अहिल्याबाई होल्कर ने सिर्फ अपने पाल बघेल, धनगर समाज के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण समाजों के उत्थान और आध्यात्म को बढ़ाने का काम किया, उन्होंने बड़े-बड़े मंदिर और तीर्थ स्थल बनाए। हिंदवी स्वराज की स्थापना करने में तीन राजपरिवार सिंधिया, गायकवाड़ और होलकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं।