BHOPAL. शिवराज सिंह कैबिनेट बैठक की 4 अप्रैल को हुई बैठक में कई अहम फैसले हुए। सरकार ने तय किया कि कुएं और बावड़ियां क्षतिग्रस्त पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। वहीं, ओले-बारिश से चमक छोड़ चुके और पतले गेहूं की भी समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाएगी। सीहोर के बुधनी में मेडिकल कॉलेज खोले जाने को भी स्वीकृति दी गई है।
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओला प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्रियों से गांव-गांव जाकर किसानों से चर्चा करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभारी मंत्री के नाते आप जिन जिलों में ओले गिरे हैं, एक बार खुद चैक कर लें, जांच कर लें। आपकी जो रिपोर्ट आएगी, इसके बाद ही हम कार्यक्रम कर सिंगल क्लिक में सारे जिलों में एक साथ मुआवजा राशि डालेंगे। किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ भी मिल जाए, यह भी सुनिश्चित करना है।
शिवराज कैबिनेट की बैठक में ये 10 फैसले भी हुए
- ओला पीड़ित किसानों को 32 हजार रु/हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा।
शिवराज ने बताया, कितने अहाते बंद हुए
कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- हमने एक्साइज पॉलिसी में अहाते बंद करने का फैसला किया था। मुझे बताते हुए खुशी है कि इसको इंप्लीमेंट कर दिया। कुल मिलाकर 2611 अहाते बंद कर दिए गए हैं। धर्म स्थल, स्कूल के 100 मीटर के रेडियस में जो दुकाने आती थीं, ऐसी 232 दुकानें भी हटा दी गई हैं।
बुधनी प्रदेश का पहला तहसील मुख्यालय, जहां खुलेगा मेडिकल कॉलेज
बुधनी में 714 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी। कॉलेज से संबद्ध 500 बिस्तर का अस्पताल होगा। 60 सीट प्रवेश क्षमता का नर्सिंग कॉलेज और 60 सीट प्रवेश क्षमता के पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी।