संजय गुप्ता, INDORE. बीएम फार्मेसी कॉलेज की महिला प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की मौत के बाद पहले लापरवाह बनी रही पुलिस की ओर से अब कागजी खानापूर्ति शुरू हो गई है। ग्रामीण एसपी भगवत सिंह विरदे ने 26 फरवरी, रविवार सुबह आदेश जारी कर सिमरोल टीआई आरएनएस भदौरिया और देपालपुर टीआई धर्मेंद्र शिवहरे को लाइन अटैच कर दिया है। देपालपुर टीआई पर ये कार्रवाई इसलिए की गई, क्योंकि जब फरवरी 2022 में छात्र के खिलाफ पहले शिकायतें मिली थी, तब वहीं टीआई सिमरोल थे। इसके पहले एएसआई संजीव तिवारी को सस्पेंड किया जा चुका है। लेकिन एसपी के पत्र से ही साफ हो रहा है कि इन दोनों टीआई की लापरवाही के कारण महिला प्रिंसिपल की मौत हुई।
आदेश में माना दोनों टीआई ने कार्रवाई नहीं की, इसलिए बढ़ा मामला
आरोपी छात्र आशुतोष पर पुरानी शिकायतों पर वैधानिक कार्रवाई नहीं होने से आरोपी द्वारा फिर 20 फरवरी 2023 को बीएम कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी। इन दोनों टीआई ने शिकायत होने के बाद कार्रवाई नहीं की गई। जिससे इनकी कर्त्तव्य के प्रति घोर लापरवाही व उदासीनता प्रदर्शित होती है, इन्हें पुलिस लाइन इंदौर अटैच किया जाता है।
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आदेश पत्र में यह भी लिखा, कब-कब नहीं की कार्रवाई
एसपी के आदेश में ही लिखा है कि छात्र के खिलाफ प्रिंसिपल और कॉलेज प्रबंधन ने 14 फरवरी और 28 फरवरी 2022 को शिकायत की, जिसकी न जांच हुई और न कार्रवाई हुई। सात सितंबर 2022 को फिर विमुक्ता शर्मा द्वारा शिकायत की गई, जिसकी भी कोई जांच नहीं हुई। इसके बाद आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने कॉलेज फैकल्टी के साथ मारपीट की। इसके बाद केस हुआ, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस वालों पर गैर इरादतन हत्या का केस क्यों नहीं?
इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। जब आदेश में ही एसपी मान रहे हैं कि दोनों टीआई ने उदासीनता और लापरवाही की। तो फिर दोनों टीआई और एएसआई पर गैर इरादतन हत्या का केस क्यों नहीं हो रहा है? अब शहर में भी यह आवाज उठने लगी है कि पुलिस पर कार्रवाई क्यों नहीं? अब तो एसपी के पत्र से साफ हो गया कि यदि ये काम में लापरवाही नहीं करते तो 20 फरवरी को आरोपी छात्र वह हरकत ही नहीं कर पाता। इसके पहले जब द सूत्र ने टीआई भदौरिया से कार्रवाई नहीं करने पर सवाल किया था, तब वह मासूमियत से बोले थे कि छात्र कॉलेज जाकर आत्महत्या की धमकी दे रहा था, अब इसमें समझाइश के अलावा क्या कर सकते थे।