Indore. इंदौर में पीएफआई के कहने पर अदालत में जासूसी और वीडियो रिकॉर्डिंग करने के मामले में कसरावद निवासी सोनू मंसूरी की जांच अब एसआईटी करेगी। इस मामले को लेकर गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में एक महिला अधिकारी के साथ 3 सब इंस्पेक्टर और साइबर सेल के दो सिपाही मामले की जांच कर रहे हैं। फिलहाल युवती के सोशल मीडिया एकाउंट्स के साथ-साथ उसके मोबाइल की भी जांच की जा रही है। एक दिन पहले पुलिस ने सोनू को रूपए देने वाले एक नेता के भी बयान दर्ज कर लिए हैं। पूछताछ में यह बात सामने आई कि नेता ने वह रुपए चेक बाउंस के मामले में नूरजहां को दिए जाने थे। पुलिस नूरजहां को लेकर भी कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने मामले में एसआईटी का गठन किया है। गठन के साथ ही एसआईटी ने सोनू मंसूरी को दिए गए करीब सवा लाख रुपए के संबंध में दौलतगंज निवासी असाफ अंसारी से पूछताछ की। असाफ ने बताया कि नूरजहां को देने के लिए यह रूपए उसने सोनू को दिए थे। नूरजहां को 138 यानि चेक बाउंस मामले में उनसे फीस लेनी थी।
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अब भी गायब है नूरजहां
इधर एसआईटी ने नूरजहां के घर पर भी छापेमार कार्रवाई की लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली। एसआईटी को यह भी जानकारी मिली कि नूरजहां का बेटा एक अस्पताल में एडमिट है। टीम अस्पताल पहुंची तो पता चला कि एक दिन पहले ही उसे डिस्चार्ज किया जा चुका है। पुलिस कहीं से पता लगाकर नूरजहां के ससुर के पास पहुंची तो पता चला कि मीडिया में खबरें आने के बाद नूरजहां अपने पति के साथ फ्लैट में ताला लगाकर कहीं चली गई है। बेटे को उनके पास छोड़ दिया है। पुलिस को यह भी लग रहा है कि नूरजहां अदालत में सरेंडर कर सकती है।
एसआईटी सोनू मंसूरी से पीएफआई से लिंक को लेकर भी पूछताछ कर रही है। उसके सोशल मीडिया अकाउंट और मोबाइल के जरिए यह पता लगाया जा रहा है कि वह किन-किन लोगों के साथ कनेक्ट रही है। बता दें कि सोनू को इंदौर में अदालत की कार्रवाई की रिकॉर्डिंग करते हुए वकीलों ने पकड़ा था, जिसके बाद उसे पुलिस के हवाले किया गया था। पूरे मामले में पीएफआई से कनेक्शन की बात भी सामने आई थी।