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Jabalpur. जबलपुर में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती पात्रता परीक्षा के उम्मीदवार पीईबी के एक फैसले से परेशान हैं। दरअसल जिले के कई उम्मीदवारों का परीक्षा केंद्र ही बदल दिया गया है। जबकि आवेदन के समय उन्होंने परीक्षा केंद्र की च्वाइस में जबलपुर शहर भरा था। यह खुलासा उस वक्त हुआ, जब उम्मीदवार प्रवेश पत्र डाउनलोड कराने पहुंचे। अधिकांश अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र भोपाल, इंदौर, सागर और सीधी जिले का दिया गया है। आलम यह है कि इस फेरबदल के चलते कई उम्मीदवार परीक्षा ही ड्रॉप करने का मन बना चुके हैं।
बता दें कि प्रदेश भर में पात्रता परीक्षा में दो लाख परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। जबलपुर से भी हजारों की संख्या में आवेदन किए गए थे। परीक्षा 1 मार्च से 11 मार्च तक होगी। जिले में करीब 4 हजार छात्र दो शिफ्ट में परीक्षा में शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक परीक्षा के 3 दिन पहले प्रवेश पत्र जनरेट किए गए हैं। ऐसे में जिले से बाहर परीक्षा केंद्र होने के चलते कई उम्मीदवारों को न तो ट्रेन का रिजर्वेशन मिल पाया है और न ही ठहरने वगैरह की व्यवस्था हो पाई है। सबसे ज्यादा परेशान महिला उम्मीदवार हैं क्योंकि उनके अभिभावक भी उनकी सुरक्षा की चिंता में उन्हें जिले के बाहर नहीं भेजना चाहते।
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उम्मीदवारों को ये दिक्कतें
जबलपुर के कई उम्मीदवारों को भोपाल, इंदौर, सागर, सीधी में सेंटर दिए जाने से उम्मीदवार परीक्षा ड्रॉप करने का निर्णय ले चुके हैं। अनुराधा राजपूत ने बताया कि उसे भोपाल सेंटर दे दिया गया। वहीं रेशमा केशरवानी ने बताया कि वह इंदौर सेंटर दिए जाने के चलते परीक्षा में नहीं बैठ रहीं। उधर आर्थिक कारण से भी उम्मीदवार परीक्षा देने से कतरा रहे हैं, उनका कहना है कि परीक्षा फार्म भरने में 7 सौ रुपए खर्च हुए थे, अब दूसरे शहर जाकर ट्रेन का किराया, ठहरने और सेंटर तक आने-जाने में कम से कम 3 से 4 हजार रुपए कौन खर्च करेगा।
इधर पीईबी की ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ ए हेमलता ने बताया कि परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा है। केंद्रों का निर्धारण सॉफ्टवेयर के माध्यम से होता है। विषयों के अनुसार सीटों का अलॉटमेंट किया जाता है। इसलिए अभ्यर्थियों को शहर से बाहर भी केंद्र मिले हैं।