Bhopal,अजय छाबरिया. भोपाल में बिजली कंपनी द्वारा जहांगीराबाद जिंसी चौरह बस्ती मोमीनपुरा का ट्रांसफार्मर उठा लिया गया है। जिसके चलते पूरा इलाका अंधेरे में डूबा है, सबसे ज्यादा परेशान वो लोग हैं जो बकायदा बिजली का बिल भर रहे थे। वे अब यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर उनका क्या कसूर था जो बिजली कंपनी ने ऐसी नाइंसाफी उनके साथ की। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब बिजली कंपनी के कर्मचारी ट्रांसफार्मर हटा रहे थे तो यह कहा गया था कि टीपी पर लोड ज्यादा पड़ रहा है इसलिए उसे बदला जाना है। बता दें कि ट्रांसफार्मर से जुड़े बिजली उपभोक्ताओं पर 7 लाख 42 हजार रुपए बिजली बिल बकाया था।
11 को है घर में शादी लेकिन छाया अंधेरा
इलाके के निवासी शहजाद खान ने बताया कि मेरे घर में दो बेटियों की शादी है, एक साथ दो बारात आएंगी और मेहमानों के आने की शुरुआत तो अभी से हो गई हैं, शादी की रस्में भी शुरू हो चुकी हैं। इसी बीच बिजली विभाग वाले ट्रासंफार्मर उठा ले गए हैं, जिसकी वजह से घर में अंधेरा छा गया है । बिजली न होने की वजह से शादी की तैयारी पूरी नहीं हो पा रही है। पानी की भी बड़ी समस्या हो रही है, घर में 10 मेहमानों आ चुके हैं। अब सामान्य आवश्यकता पूरी नहीं हो पा रही है ।शहजाद ने बताया कि मैंने बहुत ही विकट स्थिति में दहेज का समान ख़रीदा है अगर 11 फरवरी को बिजली नहीं आई तो 13 फरवरी को मैं आत्मदाह कर लूंगा । उसने बताया कि छोटी बच्ची दसवीं कक्षा में पढ़ रही है। उसकी सालाना परीक्षा भी नजदीक हैं तो वो भी पढ़ाई के लिए परेशानियों से जूझ रही है ।
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स्कूल में अंधेरे में हो रही पढ़ाई
मोमिनपुरा में जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल संचलित है, बत्तीगुल होने की वजह छात्र अंधेरे में पढ़ने को मजबूर हैं। स्कूल के प्राचार्य जावेद खान ने बताया कि स्कूल का बिजली बिल पूरा जमा है, फिर भी बिना सूचना दिए ट्रांसफार्मर उठा ले गए हैं । जब दिन में लाइट गुल हुई तो सोचा की कुछ समय बाद आ जाएगी, सामान्य तौर पर बिजली गुल हुई है। लेकिन एक घंटे बाद लोगों की भीड़ इकट्ठी हुई तो पता चला की बिजली कंपनी वाले ट्रांसफार्मर उठा ले गए हैं। अब छात्रों की परीक्षाएं भी नजदीक हैं, बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों के परीक्षा परिणाम पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है। छात्रों की पढ़ाई दो दिन से काफी प्रभावित हो रही है ।
जिम्मेदारों का ये है कहना
बिजली कंपनी के असिस्टेंट इंजीनियर सन्नी वर्गीश का कहना है कि 10 -12 लोगों के बिल जमा है । 90 फीसद बकायादार हैं, सारी कानूनी कार्रवाई कर चुके हैं। चोरी की अदालत में भी केस भेज चुके हैं, फिर भी आदमी बिल जमा नहीं करना चाहता है। यही कारण है कि कंपनी ने तय किया कि ट्रांसफार्मर उतार दो, बिना बिल चुकाए मुफ्त बिजली नहीं दी जा सकती। मैंने बात की है कि 50 फीसद लोग भी बिल भर दें तो कोशिश करता हूं बिजली चालू कराने की, नियम ही इतना सख्त है उसमें अधिकारी क्या कर सकते हैं।