Jabalpur. जबलपुर में जिला न्यायालय के गेट नंबर 4 के सामने बनाए गए एक धार्मिक स्थल को हटाने गुरूवार की रात प्रशासन दल-बल के साथ पहुंच गया, लेकिन कार्रवाई की जानकारी सोशल मीडिया में ऐसी फैली कि सैकड़ों वकील मौके पर विरोध करने पहुंच गए। अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन से कुछ दिन की मोहलत मांगते हुए कार्रवाई रोकने की मांग की। कार्रवाई के दौरान गहमागहमी का माहौल देखते हुए दो दिन के लिए कार्रवाई को स्थगित कर दिया गया है।
हाईकोर्ट में लंबित है याचिका
दरअसल अवैध धार्मिक स्थलों को लेकर अधिवक्ता सतीश वर्मा ने याचिका दायर कर रखी है, जिस पर हाईकोर्ट ने निर्देश जारी किए थे। जिसके परिपालन में एसडीएम, नगर निगम की अतिक्रमण शाखा प्रभारी सागर बोरकर अन्याक्रांति दल के साथ रात में कार्रवाई के लिए पहुंचे। जेसीबी की मदद से मंदिर को तोड़ना शुरू ही किया था कि मौके पर अधिवक्ता इकट्ठा हो गए और कार्रवाई का विरोध करने लगे। विरोध बढ़ता देख एसडीएम ने मंदिर में स्थापित मूर्ति के विस्थापन के लिए 2 दिन की मोहलत देते हुए कार्रवाई टाल दी।
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फुटपाथ पर कराया गया था निर्माण
दरअसल जिला न्यायालय के सामने जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर की जमीन पर फुटपाथ में ही यह मंदिर बनाया जा रहा था। अवैध रूप से काबिज धर्मस्थलों को लेकर हाईकोर्ट का रुख सख्त रहा है। जिसके चलते प्रशासन को ऐसे तमाम धर्मस्थल हटाने का निर्देश काफी समय पहले ही दिया जा चुका था। दूसरी तरफ इस मंदिर के आसपास अनेक अधिवक्ता उठते-बैठते हैं। कई की आस्था भी इससे जुड़ी हुई है। जिस कारण अधिवक्ताओं ने कार्रवाई का विरोध किया।
सोशल मीडिया में भी वायरल हुए वीडियो
दूसरी तरफ इस कार्रवाई के वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुए। जिसमें लोगों से जुटने की अपील की गई थी। जिसके बाद अधिवक्ताओं की भीड़ मौके पर जमा हो गई। हालांकि प्रशासन ने साफ किया है कि हाईकोर्ट के आदेश के परिपालन में दो दिन बाद ही सही लेकिन कार्रवाई हो कर रहेगी।