Mandla. मंडला के कान्हा नेशनल पार्क में सैकड़ों बाघों का बसेरा है, पर्यटक बाघ के दीदार के लिए पार्क के गाइड्स से लेकर जिप्सी चालकों तक से यही मिन्नत करते हैं कि वे उन्हें बाघ का दीदार करा दें। ऐसे में कान्हा नेशनल पार्क में कुछ पर्यटकों ने जवान हो चुके शावकों के साथ बाघिन मां की चहलकदमी देखी तो रोमांचित हो उठे। पार्क के मुक्की जोन का यह वीडियो वायरल भी हो रहा है, जिसमें करीब डेढ़ साल के शावक अपनी मां के साथ टहलते दिखाई दे रहे हैं।
कुछ ही माह में छूट जाएगा साथ
वन्यप्राणी विशेषज्ञों की मानें तो बाघिन अपने शावकों को बस इतनी उम्र तक ही साथ रखती है, डेढ़ साल की उम्र तक शावक अपने पूरे डीलडौल को हासिल कर लेते हैं, शिकार के गुर भी सीख चुके होते हैं, अब समय आ गया है कि बाघिन एमबी 3 अपने जवान हो चुके शावकों को अपनी जिंदगी खुद जीने छोड़ देगी। जिसके बाद इन शावकों को अपना इलाका भी बनाना होगा और इसके लिए उन्हें दूसरे बाघों को चुनौती भी देनी होगी।
कान्हा के मुक्की जोन की बाघिन टी 106 को एमबी 3 नाम उसकी मां महावीर फीमेल की वजह से मिला है। 2016 में जन्मे महावीर फीमेल के चार शावकों में से सिर्फ एमबी 3 ही जीवित बची है। 2021-22 में जन्मे उसके शावक अब करीब डेढ़ वर्ष के हो गए हैं और पूर्ण वयस्क नजर आने लगे हैं। वीडियो में दोनों शावक छोटे बच्चों की ही तरह अपनी मां से दुलार करते दिख रहे हैं।
लगातार बढ़ रहा बाघों का कुनबा
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने देश में बाघों की संख्या का आंकड़ा जारी किया था, जिसमें मध्यप्रदेश ने फिर बाजी मारी है। प्रदेश में बाघों से सूने हो चुके पन्ना नेशनल पार्क में फिर से बाघों की दहाड़ गूंज रही है, वहीं हाल ही में नौरादेही अभ्यारण्य में भी बाघों की बसाहट कराई जा चुकी है। शिकार पर लगाम के चलते बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है। हालांकि संख्या बढ़ने के चलते बाघ रिजर्व एरिया को भी छोड़कर आबादी की तरफ रुख करने लगे हैं, जो कि चिंताजनक स्थिति है।