BHOPAL. मध्य प्रदेश के पालपुर कूनो नेशनल पार्क से जल्द ही एक खुशखबरी सुनने को मिलेगी। दरअसल, पार्क में ज्वाला के बाड़े में रहने वाली मादा चीता सबाना उर्फ नाभा गर्भ से बताई जा रही है। इस कारण इसकी विशेष निगरानी भी की जा रही है। हालांकि अभी कूनो प्रबंधन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। लेकिन पार्क के बड़े बाड़े से मादा चीता धात्री को 2 जून को छोड़ने का ट्रायल किया जाएगा। दरअसल, बारिश से पहले बाड़े में बंद 6 चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
9 महीने बाद नाभा का लोग कर सकेंगे दीदार
कूनो नेशनल पार्क में आने के 9 महीने में पहली बार लोग मादा चीता सबाना उर्फ नाभा का दीदार कर सकेंगे। नाभा अभी ज्वाला के बाड़े में ही रह रही है। आपको बता दें कि मई को कूनो में 3 शावकों की मौत हो चुकी है। ये शावक ज्वाला मादा चीता के थे। ज्वाला ने कूनो में ही 4 मार्च को 4 शावकों को जन्म दिया था।
अफ्रीका में भी चीता शावकों का जीवित रहने का प्रतिशत बहुत कम
सामान्य से कम वजन और ज्यादा डिहाइडेटेड पाए गए। मादा चीता ज्वाला हैण्ड रियर्ड चीता है जो पहली बार मां बनी है। चीता शावकों की उम्र लगभग 6 हफ्ते है। इरा अवस्था में चीता शावक सामान्यतः जिज्ञासु होते हैं और मां के साथ लगातार चलते हैं। चीता शावकों ने अभी लगभग 8-10 दिन पूर्व ही मां के साथ घूमना शुरू किया था। चीता विशेषज्ञों के अनुसार सामान्यतः अफ्रीका में चीता शावकों का जीवित रहने का प्रतिशत बहुत कम होता है।
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उच्च स्तरीय समिति की हुई स्थापना
कूनो नेशनल पार्क में लगातार चीतों की मौत की खबर सामने आने के बाद परियोजना के प्रबंधन को देखने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था। 4 शावकों में से 3 की मौत होने के बाद कई विशेषज्ञों ने आवास और वन्यजीव प्रबंधन की उपयुक्तता पर सवाल उठाए हैं। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया है कि मध्य प्रदेश वन विभाग और एनटीसीए को 'चीता परिचय पर समीक्षा, प्रगति, निगरानी और सलाह देने के लिए' उच्च स्तरीय समिति की स्थापना की गई है।