Guna. गुना में एक युवती के दो पति आमने-सामने आ गए। मामला पुलिस तक जा पहुंचा। 28 साल की युवती ने 8 फरवरी को ही कोर्ट मैरिज की है। रविवार को महिला पति और देवर के साथ जिला अस्पताल के लिए आ रही थी। रास्ते में उसे उसके कथित पहले पति ने देख लिया। पीछा कर वह भी अस्पताल पहुंच गया। अस्पताल में महिला उसके साथ बाइक पर बैठकर जाने लगी तो उसके हालिया पति और देवर ने बाइक रोक ली। दोनों ओर से मेरी पत्नी-मेरी पत्नी का विवाद शुरू हो गया और मामला थाने पहुंच गया।
पहले पति का दावा 3 साल पहले हुई शादी
पहले पति ने कहा कि वह महिला से 3 साल पहले शादी कर चुका है। 15 दिन पहले पत्नी को मायके छोड़कर काम पर चला गया था। दूसने पति ने कहा- इसी महीने उसने कोर्ट मैरिज की। महिला मेरी पत्नी है। हंगामे की सूचना पर पुलिस भी पहुंची। सभी को थाने लेकर आई। देर रात तक मामले में समझौता नहीं हो पाया। पुलिस ने महिला को दोनों दावेदार पतियों में से किसी के साथ नहीं भेजा। महिला को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया। महिला की मां एक ग्राम पंचायत की सरपंच बताई जा रही है।
दूसरे दावेदार ने शादी के लिए दिए 1.30 लाख
राजगढ़ जिले की सारंगपुर तहसील के रहने वाले विष्णु प्रसाद मेघवाल ने बताया कि उसका कहीं रिश्ता नहीं हो रहा था। अशोकनगर के रजनीकांत कुशवाह से उसका संपर्क हुआ। रजनीकांत ने उसे बैतूल की 28 साल की युवती से शादी कराने की बात चलाई। यह भी कहा कि लड़की का परिवार गरीब है। शादी के लिए 1.30 लाख का इंतजाम करना होगा। विष्णु ने 1.30 लाख रुपए दे दिए। 8 फरवरी को अशोकनगर में दोनों की कोर्ट मैरिज कराई गई। इसके बाद विष्णु पत्नी को लेकर अपने गांव चला गया। यहां 9 फरवरी को कुलमाता के मंदिर में रीति-रिवाज से शादी की।
- यह भी पढ़ें
बीमार मां को दिखाने गुना लाया था
कथित दूसरे पति विष्णु ने बताया कि सब कुछ ठीक चल रहा था। इसी दौरान रजनीकांत का उसके पास फोन आया। बोला- लड़की की मां की तबीयत खराब है। वह गुना जिला अस्पताल के वार्ड नंबर 26 में भर्ती हैं। पत्नी को दिखाने ले जाओ। विष्णु का कहना है कि उसने यह बात पत्नी को बताई, उससे कहा कि मां का नंबर हो तो बताओ, उनकी तबीयत पूछ लो। पत्नी ने कहा कि उसके पास किसी का नंबर नहीं है।
रविवार को सुबह फिर रजनीकांत का विष्णु के पास कॉल आया कि पत्नी को गुना ले जाए। इस बात पर विष्णु अपने भाई और पत्नी के साथ गुना के लिए रवाना हुआ। दोपहर को सभी बस से गुना पहुंचे। वह अपने साथ बीमार मां के लिए खाना, कंबल वगैरह भी लेकर पहुंचा। विष्णु ने बताया कि अगर रात-बेरात रुकना पड़े, इसलिए कपड़े और कंबल भी लेकर आया था। वह गुना बस स्टैंड पर उतरकर ऑटो से जिला अस्पताल के लिए निकला।
किसी और के साथ जाने लगी बीवी
विष्णु के मुताबिक, हम अस्पताल पहुंचे ही थे। मैं और भाई अस्पताल के अंदर थे, इसी दौरान देखा कि पत्नी को कोई बाइक पर बैठाकर ले जा रहा है। हम दोनों भाई दौड़कर बाहर आए और बाइक को पकड़ लिया। इस दौरान छोटा भाई जमीन पर भी गिर पड़ा। बाइक से आया युवक मेरी पत्नी को अपनी पत्नी बताने लगा। युवक कह रहा था कि उसकी शादी इस महिला से 3 साल पहले हो चुकी है, इसलिए वह उसे बैठाकर ले जा रहा था।
बाइक पर महिला को बैठाकर ले जाने वाला राजेश सहरिया गुना के ही झमझरा चक्क का रहने वाला है। उसने बताया कि महिला से उसकी शादी 3 साल पहले हुई थी। 15 दिन पहले ही वह पत्नी को उसके मायके छोड़कर गया था। इसके बाद वह काम की तलाश में निकल गया। उसने कुछ दिन रुठियाई में ईंट-भट्ठों पर काम किया। वह मोबाइल भी पत्नी को देकर आया था। उसने कई बार कॉल किया, लेकिन उसका कॉल नहीं लग रहा था।
राजेश ने बताया कि रविवार को वह केदारनाथ धाम पर दर्शन कर गुना आया था। यहां उसने बस स्टैंड के पास देखा कि उसकी पत्नी एक ऑटो में बैठकर जा रही है। ऑटो में दो युवक भी बैठे हैं। उसने बाइक से ऑटो का पीछा किया और ऑटो के पीछे-पीछे जिला अस्पताल पहुंच गया। यहां उसने मौका देखकर पत्नी से पूछा कि वह यहां क्या कर रही है। इतने में ही पत्नी उसकी बाइक पर आकर बैठ गई और दोनों चल दिए। इसी दौरान दो युवकों ने बाइक को आकार पकड़ लिया।
शादी का झांसा देने वाला गिरोह होने का शक
पुलिस को यह भी शक है कि युवती, उसका पहला पति और दलाल रजनीकांत शादी कराने का ठेका लेने के एवज में ठगी करने वाले गिरोह के भी हो सकते हैं। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे गिरोह काफी सक्रिय हैं, जो ज्यादा उम्र वाले कुंआरे युवकों का रिश्ता तय कराने के एवज में लंबी रकम ऐंठते हैं और शादी के कुछ ही दिन बाद दुल्हन कीमती जेवरात लेकर रफूचक्कर हो जाती है। फिलहाल पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।