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देव श्रीमाली, GWALIOR. महज साठ दिन बाद ही ग्वालियर के वन्य जीव प्रेमियों के लिए एक बड़ी खुश खबरी आई और इसका पता चलते ही वे झूमने लगे। यह खुशखबरी भी शहर के गांधी प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) से आई। यहां टाईगर मीरा ने आज अपराह्न तीन नन्हें शावकों को जन्म दिया गया है। यह सूचना मिलते ही चिड़ियाघर और नगर में खुशी का माहौल हो गया। इस प्रसव व्यवस्था कार्यरत कर्मचारियों और पशु चिकित्सकों के दल एक दूसरे को बधाई दी।
तीन में दो पीले और एक व्हाइट शावक
बताया गया कि मीरा गर्भवती थी और उंसके प्रसव के लक्षण आते ही चिकित्सकों की टीम बीती रात से ही उसकी हर एक्टविटी और खानपान की निगरानी कर रही थी। आखिरकार अपराह्न साढ़े ग्यारह से बारह बजे के बीच उसने बारी बारी से तीन नन्हे और खूबसूरत शावकों को जन्म दिया तो हर कोई वहां खुशी से झूम उठा। जो शावक आज जन्मे उनमे से दो शावक पीले और एक सफेद है।
मीरा का जन्म भी यही हुआ था
खास बात ये है कि मादा मीरा और नर लव के द्वारा लगातारा तीसरी बार शावकों को जन्म दिया गया है और इससे भी खास यह कि मादा मीरा का भी जन्म गांधी प्राणी उद्यान में ही वर्ष 2013 में हुआ था।
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डॉक्टर बोले जा जच्चा -बच्चा दोनों स्वस्थ्य
जू क्यूरेटर गौरव परिहार ने बताया कि वर्तमान में मादा मीरा एवं उसके तीनों शावक स्वस्थ है। उनको भोजन के रूप में हल्का खाना जैसे चिकन सूप, दूध और उबले अण्डे दिए जा रहे हैं। नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह द्वारा चिड़ियाघर प्रभारी डॉ. उपेन्द्र यादव को निर्देशित किया गया है कि शिशु शावकों के स्वास्थ्य पर विशेष निगरानी रख और निर्धारित अवधि तक बच्चों को आईसोलेशन में रखा जाए और स्वास्थ्य संबंधी केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के समस्त प्रोटोकोल का पालन किया जाएगा।
45 दिन रहेंगे आइसोलेशन में
डॉक्टर्स ने बताया कि प्रोटोकॉल के हिसाब से 45 दिन तक तीनों नन्हे टाइगर आइसोलेशन में रहेंगे। इसके बाद ही लोग इनका दीदार कर सकेंगे।
साठ दिन पहले दुर्गा ने दिए दो नन्हें शावक
गौतलब है कि लगभग 60 दिन पहले भी गांधी प्राणी उद्यान की टाइगर दुर्गा ने भी दो नन्हे शावकों को दिया था जन्म। जिन्हें 42 दिन की आइसोलेशन अवधि समाप्त होने के बाद कुछ दिन पहले ही खुले बड़े में छोड़ा गया है।