अमरवाड़ा में जिस महिला का पुलिस ने कंकाल जब्त कर बताई थी 206 हड्डियां, वह 9 साल बाद लौटी, बोली- मैं अभी जिन्दा हूं

author-image
Jitendra Shrivastava
एडिट
New Update
अमरवाड़ा में जिस महिला का पुलिस ने कंकाल जब्त कर बताई थी 206 हड्डियां, वह 9 साल बाद लौटी, बोली- मैं अभी जिन्दा हूं

बीके पाठे, CHHINDWARA. पुलिस की लापरवाही या फिर चूक कहें कि जिसकी हत्या के आरोप में भाई और पिता को जेल भेज दिया वह 9 साल बाद घर लौट आई। नाबालिग घर से निकली थी अब विवाहिता होकर लौटी है, लेकिन पिता सजा काटकर जमानत पर बाहर है, भाई अभी भी सजा काट रहा है। पूरा मामला छिन्दवाड़ा के अमरवाड़ा थाना क्षेत्र की सिंगोड़ी पुलिस चौकी का बताया जा रहा है। 



 2 साल पहले लड़की के पिता और भाई को जेल भेज दिया था



अमरवाड़ा के सिंगोड़ी पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम जोपनला में एक ऐसा मामला सामने आया है जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। पुलिस के द्वारा 2014 में मृत बताई गई लड़की मंगलवार दिनांक 28 मार्च 2023 को अचानक ही घर पहुंच गई। पुलिस द्वारा 2 साल पूर्व लड़की के कंकाल की बरामदगी दिखा कर लड़की के पिता और भाई को जेल भी भेज दिया गया था। प्रकरण का चालान भी न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया गया है।



पुलिस की कहानी- भाई ने हत्या कर पिता की मदद से दफनाया



पुलिस की कहानी के अनुसार 13 जून 2014 को लड़की के भाई सोनू द्वारा लाठी से मारपीट कर बहन की हत्या करके अपने पिता की मदद से शव को घर के पास खेत में दफना दिया गया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने वर्ष 2021 में लड़की का कंकाल बरामद किया। गवाहों के सामने पंचनामा तैयार किया। लड़की के भाई और पिता से अपराध कबूल भी करवा लिया, मेडिकल रिपोर्ट और तमाम शिनाख्ती दस्तावेज भी बना लिए, तहसीलदार और डॉक्टरों की पुष्टि भी हासिल कर ली गई। फिर इन सबूतों के आधार पर लड़की के भाई और पिता को जेल भेज कर सारी औपचारिकताएं पूरी करके न्यायालय में चालान पेश कर वाहवाही भी हासिल कर ली गई। अब कुछ ऐसा होता है जिसे पुलिस ने सोचा भी नही था। लड़की अचानक कल अपने घर वापस आ जाती है। गांव वाले और घर वाले उसे देख कर अचंभित रह जाते हैं। पूरे इलाके में ये मामला चर्चा में आ जाता है। पुलिस आनन फानन में मामले को दबाने में लग जाती है।



यह खबर भी पढ़ें






लड़की ने कहा- उसका निर्दोष भाई 2 साल से जेल में है 



लड़की ने मीडिया को बताया कि वो अपनी मर्जी से घर से गई थी । इतने समय तक वो उज्जैन के पास रही और उसने शादी कर ली है। लड़की का कहना है कि उसके पिता और भाई निर्दोष हैं उन्हें पुलिस ने जबरन फंसाया है। लड़की का भाई 2 साल से अभी जेल में है और पिता को 1साल जेल में रहने के बाद उम्र के आधार पर जमानत मिली है लड़की का कहना है कि मेरे निर्दोष भाई और पिता के साथ इंसाफ किया जाए।



पुलिस ने जब्त कंकाल में 210 हड्डियां बताईं, जबकि मानव शरीर में 206 होती हैं 



publive-image



मामले का एक दिलचस्प पहलू ये भी है कि पुलिस ने जमीन खोदकर कंकाल की 210 हड्डियों की बरामदगी दिखाई है, जबकि मानव शरीर में कुल 206 हड्डियां ही होती हैं। साथ ही 7 साल बाद सारी हड्डियों की बरामदगी होना भी आश्चर्यजनक नजर आता है। ताज्जुब है कि डॉक्टर और तमाम अधिकारियों को भी ये तथ्य दिखाई नही दिया। पुलिस द्वारा अपना केस मजबूत बनाने के लिए ऐसे अनेक मनगढ़ंत साक्ष्य पेश किए गए हैं जिनका जवाब देना भी अब पुलिस के लिए भारी पड़ रहा है। घटना के समय लड़की की उम्र 14 साल थी इसलिए इस मामले की जांच वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा 2 वर्ष पूर्व ऐसे प्रकरणों का निपटारा करके वाहवाही हासिल की गई थी जो कि कई साल से अनसुलझे पड़े हुए हैं और उसी अभियान में अपनी पीठ थपथपाने के लिए इस तरह के झूठे प्रकरण बनाकर उनका निपटारा किया गया था ऐसा ही एक मामला सौसर में भी सामने आ चुका है।



पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही हैः चौकी प्रभारी



मृत घोषित लड़की लड़की कंचन उईके ने सिंगोड़ी चौकी में पहुंचकर पुलिस के सामने अपनी आमद दे दी है और पुलिस सारे मामले की जांच कर रही है। वर्तमान चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि इस घटना के समय वह यहां पदस्थ नहीं थे इसलिए उन्हें जानकारी नहीं है पूरे मामले की जांच करने के बाद ही वे कुछ कहने की स्थिति में रहेंगे। नाबालिक का मामला होने के कारण 2 वर्ष पूर्व इस मामले की जांच एसडीओपी अमरवाड़ा द्वारा की गई थी अगर उनका भी ट्रांसफर हो चुका है इसलिए वर्तमान अधिकारी भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।

 


MP News एमपी न्यूज Woman death in Amarwada woman returned home after 9 years said- I am still alive my father and brother are innocent अमरवाड़ा में महिला की मौत 9 साल बाद घर लौटी महिला बोली- मैं अभी जिन्दा हूं मेरे पिता व भाई निर्दोष है