कमलेश सारडा, NEEMUCH. नीमच जिले के मनासा नगर में पुलिस कॉलोनी के पीछे एक युवक ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना के आरोप लगाए और कहा कि पुलिस आए दिन युवक को थाने बुलाकर मारपीट करती थी और प्रताड़ित किया जा रहा था। जिसके चलते पिछले कई महीनों से युवक परेशान था और आज उसने रात्रि में आत्महत्या कर ली। घटना के बाद फिलहाल परिजन पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शव को थाने के सामने मुख्य मार्ग पर रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार रात्रि में दशरथ उर्फ बबलू बागड़ी उम्र लगभग 20 वर्ष को गंभीर हालत में मनासा अस्पताल लाया गया था जहां से नीमच जिला चिकित्सालय रेफर किया गया था, जहां उपचार के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। फिलहाल शव का पीएम कराकर सुबह पुलिस ने परिजनों को सौंपा। जिसके बाद मृतक के भाई राजू बागड़ी, बंटी, दिनेश सहित परिजनों द्वारा मनासा थाने के सामने फिलहाल शव रखकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक मंगल ग्वाला, कांग्रेस के नेता सुरेश धनगर, चंद्रशेखर पालीवाल, दिनेश राठौर , मनीष पोरवाल सहित भारी संख्या में लोगों की भीड़ है। लगभग 1 घंटे से थाने के सामने मुख्य मार्ग पर शव रखकर परिजनों द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की जा रही है।
पूर्व में भी पिटाई करने का आरोप
परिजनों का आरोप है कि चार माह से लगातार मनासा पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा था। पूर्व में भी थाने बुलाकर उसके साथ मारपीट की गई। रविवार को मनासा थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी नरेंद्र नागदा, राजकुमार, चंद्रशेखर व एक अन्य पुलिसकर्मी उसके घर आए थे और उससे आधार कार्ड लेकर गए और बोले कि सोमवार को थाने आना है। पुलिस वालों की प्रताडना के कारण बबलू ने आत्महत्या की है। परिजन व अन्य लोग पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अडे हुए है। वहीं पूरे मामले पर नीमच एसपी सूरज कुमार वर्मा का कहना है कि मृतक के थाने में दो प्रकरण चल रहे थे एक जुए का दूसरा एक लड़की लापता हुई थी। उसमें इसकी संलिप्तता सामने आई है। कोर्ट में चालान लगना था इस के लिए पुलिस गई थी। यदि कोई फैक्ट सामने आएंगे तो कार्रवाई की जायेगी।