शुक्रवार को छतरपुर की नीलम उर्फ अफरोज का झांसी में कब्र से शव निकाला गया। नीलम ने 6 साल पहले धर्म बदलकर तालिब से शादी की थी। जिसके बाद नीलम ने अपना नाम अफरोज रख लिया था। 10 दिन पहले नीलम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। नीलम के पिता ने तालिब पर लव जिहाद करके हत्या का आरोप लगाया था। हालांकि पुलिस ने लव जिहाद के आरोपों को खारिज कर दिया था। आज उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश पुलिस की मौजदूगी में नीलम की लाश कब्र से निकाली गई। जिसके बाद शव का झांसी में पोस्टमार्टम कराया गया।
अफरोज ने खाया था जहर
गृह कलेश के कारण अफरोज ने जहर खा लिया था। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे छतरपुर के मिशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जिसके बाद अफरोज को झांसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। तालिब के परिजनों ने अफरोज के परिजनों को सूचना दिए बगैर झांसी के कब्रिस्तान में उसे दफना दिया था।
परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप
अफरोज उर्फ नीलम के परिजनों ने तालिब पर उसकी हत्या के आरोप लगाए हैं। जिसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने कब्रिस्तान से अफरोज का शव निकाला।