रांची के हर्ष ठक्कर ने डेयरी बिजनेस में संभावना तलाशना शुरू किया। हर्ष ने 18 साल तक मार्केटिंग कपंनियों में काम किया। उन्होंने 2012 में अपने दोस्त अभिनव के साथ डेयरी कारोबार की शुरूआत की। हर्ष ने 25 गायों के साथ बिजनेस शरू किया। आज उनकी कपंनी का कारोबार लगभग 200 करोड़ के आसपास है। इस कारोबार से वह अब 400 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे पा रहे हैं।
डेयरी की शुरूआत
हर्ष और अभिनव ने 25 गाय खरीदकर घर-घर दूध पहुंचाने का काम शुरू किया। एक साल में ही उन्होंने 25 लाख का कारोबार किया। इसके बाद पशुओं की संख्या बढ़ानी शुरू की। 2015 में उनके पास 300 से अधिक मवेशी हो गए। दूध का प्रोडक्शन बढ़ा तो दूध को स्टोर करने में दिक्कत होती थी। कई बार सारा का सारा दूध खराब भी हो जाता था। इसके लिए उन्होंने दूध की प्रोसेसिंग शुरू की।
सीधा गांवों से जुड़े
दोनों ने रांची में दूध का प्रोसेसिंग प्लांट शुरू किया। प्लांट के लिए अपनी गायों को बेच दिया और सीधे किसानों से दूध खरीदने लगे। किसानों से इकठ्ठा दूध की उन्होंने प्रोसेसिंग शुरू की। और पूरी फोकस इसकी मार्केटिंग पर किया। इसके लिए उन्होंने अलग-अलग जिलों में दूध के कलेक्शन सेंटर तैयार किए। गांव-गांव से दूध इकठ्ठा किया। इस दूध की प्रोसेसिंग से अलग-अलग प्रोडक्ट तैयार करके मार्केट में उतारे गए। इसके लिए उन्होंने (OSOM) नाम से खुद कंपनी भी बनाई। आज उनका कारोबार बढ़कर 200 करोड़ के आसपास हो गया है। वह अपने इस कारोबार से लगभग 400 लोगों को रोजगार दे रहे हैं।
सरकार से मदद
डेयरी के कारोबार के लिए सरकार आर्थिक सहायता भी देती है। इसके लिए 10 लाख रूपए तक का लोन ले सकते हैं। लोन में नाबार्ड 25 फीसदी की सब्सिडी भी देता है। आप इसकी जानकारी नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से ले सकते हैं। शुरूआत में कम गायों के साथ बिजनेस शुरू करने में ज्यादा रिस्क भी नहीं होता है।