दिल्ली. पांच राज्यों में हार का मुंह देखने के बाद 13 मार्च को दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग हुई। इसमें तय हुआ कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही कांग्रेस आगे बढ़ेगी। नवजोत सिद्धू को लेकर बैठक में चर्चा हुई। हरीश चौधरी ने कहा कि विधायकों की डिमांड पर लाए गए सिद्धू। इस बीच गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बीच मझदार कैप्टन अमरिंदर को हटाने से नुकसान हुआ। इधर दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी को सुझाव देते हुए कहा कि आपको लोगों से मिलना पड़ेगा। यानी ग्राउंड जीरो पर उतरना होगा।
सोनिया गांधी ने ये कहा: सीडब्ल्यूसी मेंबर रघुवीर मीणा ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा- कुछ लोगों को लगता है कि गांधी परिवार की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है। अगर आप लोगों को ऐसा लगता है तो हम किसी भी प्रकार का त्याग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सभी मेंबर ने अस्वीकार कर दिया। बैठक में 5 राज्यों के प्रभारियों ने रिपोर्ट दी। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की मेहनत की सराहना हुई। वहां मालूम था परिणाम पक्ष में नहीं आएंगे, लेकिन भविष्य में इसके बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे। राहुल गांधी ने अपनी स्पीच में गुजरात प्रभारी डॉ. रघु शर्मा के काम काफी तारीफ की।
प्रियंका की तारीफ हुई: गुलाम नबी आजाद के बयान पर सोनिया गांधी ने कहा कि मेरी गलती थी। मैंने निर्णय लेने में देरी की। मैं बहुत समय तक कैप्टन का बचाव करती रही। इसलिए इस निर्णय को लेने में देरी हुई। राहुल गांधी ने कैप्टन अमरिंदर को लेकर कहा कि पार्टी के अंदरुनी सर्वे में कैप्टन को 2% वोट मिले थे। इसलिए कैप्टन अमरिंदर सिंह जी को हटाना पड़ा। बैठक में दूसरे क्षेत्रीय दलों से बातचीत का भी सुझाव आया। सोनिया गांधी ने कहा कि पहले हमें अपने आप को मजबूत करने की जरूरत है। बैठक में यूपी में मेहनत को लेकर प्रियंका गांधी की तारीफ हुई।
अशोक गहलोत ने ये कहा: सीडब्ल्यूसी की बैठक में भले ही सीएम अशोक गहलोत समेत दूसरे नेताओं ने राहुल गांधी को अध्यक्ष पद संभालने की पैरवी की पर आखिरकार ये फैसला हुआ कि कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही आगे बढ़ेगी। CWC की बैठक के बाद हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल ने सभी मेंबर से एकजुटता दिखाने की। साथ ही सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया।
चिंतन शिविर पर जोर: सीडब्ल्यूसी में सोनिया गांधी से आग्रह किया गया कि वह संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक अध्यक्ष बनी रहें और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठाएं। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी की बैठक में यह फैसला भी किया गया कि संसद का बजट सत्र खत्म होते ही ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
सीएम गहलोत ने रखा ये प्रस्ताव: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि अच्छे वातावरण में सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। पार्टी का चिंतन शिविर राजस्थान में करवाने का प्रस्ताव रखा गया है।