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खंडवा/बुरहानपुर/जबलपुर. मध्यप्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी अपना खाता खोल लिया है। खंडवा, बुरहानपुर समेत जबलपुर में पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।
खंडवा में जीत की दर्ज
खंडवा नगर निगम चुनाव में महापौर पद से लेकर 11 वार्डों में ओवैसी की पार्टी के प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे। शहर के वार्ड क्रमांक 14 छत्रपति शिवाजी वार्ड से AIMIM की प्रत्याशी शकीरा बिलाल करीब तीन सौ वोटों से जीत दर्ज कर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को मात दी। इसके साथ ही खंडवा में एआईएमआईएम का खाता खुल गया है। बता दें कि नगर निगम चुनाव के लिए प्रत्याशियों के समर्थन में AIMIM के राष्ट्रीय नेता ओवैसी ने यहां आमसभा की थी। जिसके बाद से ही राजनीतिक गणित गड़बड़ाने की चर्चा शुरू हो गई थी।
बुरहानपुर में भी ओवैसी की एंट्री
बुरहानपुर में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का पहला पार्षद प्रत्याशी जीता। नगर निगम के वार्ड क्रमांक 2 नेहरू नगर से पार्टी के प्रत्याशी रफीक अहमद ने 255 वोट से जीत दर्ज की।
जबलपुर में जीते दो प्रत्याशी
वहीं जबलपुर में भी ओवैसी की पार्टी के दो पार्षद प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। यहां के वार्ड नंबर 49 लाल बहादुर शास्त्री वार्ड से शमा परवीन जीती है। तो वहीं वार्ड नंबर 51 रवींद्रनाथ टैगोर वार्ड से समरीन कुरैशी ने जीत हासिल की है।
कांग्रेस के लिए चुनौती बनी AIMIM
राजनैतिक गलियारों में मध्यप्रदेश में ओवैसी की एंट्री को कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। ज्यादातर मुस्लिम बाहुल्य वार्डों में कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशियों की लीड और परिणाम AIMIM की वजह से खासे प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के बहुत से दिग्गज पार्षद प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है।
SDPI प्रत्याशी भी जीता
शाजापुर के वार्ड नंबर 12 से SDPI पार्टी के प्रत्याशी शमीउल्ला कुरैशी ने जीत हासिल की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 235 मतों से हराया। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की स्थापना 21 जून, 2009 को नई दिल्ली में की गई। एसडीपीआई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की राजनीतिक शाखा है। बेंगलुरु हिंसा के बाद सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का नाम जोरों से सामने आया था।