अहमदाबाद. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) इस समय गुजरात में हैं। यहां से उन्होंने एक बार फिर मोदी सरकार (Modi Govt) को घेरा है। 3 अक्टूबर को उन्होंने कहा कि सितंबर 2016 में आरबीआई (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, मार्केट में 17.8 लाख करोड़ करेंसी (Currency) थी। आरबीआई के ही आंकड़ों के मुताबिक, आज ये करेंसी बढ़कर 27 लाख करोड़ हो गई है। साफ नहीं किया जा रहा कि ये 9 लाख करोड़ करेंसी हमारे मार्केट में कैसे आई?
अमेजन पर भी साधा निशाना
दिग्विजय के मुताबिक, रिपोर्ट्स बताती हैं कि अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप (Future Group) के साथ विवाद सुलझाने के लिए कानूनी (Legal) रूप से 8 हजार 546 करोड़ रुपए दिए। सवाल ये है कि कंपनी को ये पैसे किसने दिए? इसमें भ्रष्टाचार (Corruption) की बात सामने आई है। मेरी मांग है कि मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाए।
As per reports, Amazon paid legal fees of Rs 8546 cr, following its dispute with Future group. Who did the company pay the fees to? It is being said that corruption has been done. We demand a committee headed by CJI to investigate this matter: Congress leader Digvijaya Singh pic.twitter.com/xheFeJqCqU
— ANI (@ANI) October 3, 2021
चर्चाओं में रहते हैं दिग्विजय
30 सितंबर को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की नर्मदा यात्रा (Narmada Yatra) पर लिखी गई किताब का विमोचन हुआ। इस किताब को उनके निजी सचिव ओम प्रकाश शर्मा ने लिखा है। भाजपा (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जमकर बरसने वाले दिग्विजय सिंह ने विमोचन में अमित शाह (Amit Shah) और RSS को धन्यवाद देकर सभी को चौंका दिया। दिग्विजय ने कहा कि मैं आरएसएस का घोर आलोचक हूं, लेकिन यात्रा के दौरान संघ के कार्यकर्ता मुझसे मिलते रहे। मैंने उनसे पूछा कि वे इतनी परेशानी क्यों उठा रहे हैं, तो उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें मुझसे मिलने का आदेश मिला है।
हाल ही में शिवराज को चिट्ठी लिखी थी
दिग्विजय ने 29 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज के गृह जिले सीहोर (Sehore) में कर्ज के बोझ तले सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या (Farmers Sucide) की है। उन्होंने लिखा कि शिवराज एक तरफ किसानों की आय दोगुनी करने की 15 साल से घोषणा कर रहे हैं। वहीं, पूरे प्रदेश में हजारों किसान कर्जदार होकर आत्महत्या कर रहे हैं।