भोपाल. रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित होने से शिवराज सरकार चौतरफा से घिरी हुई है। कांग्रेस इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दे रही है। पूर्व सीएम कमलनाथ और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आयोजन स्थगित होने पर सवालों की झड़ी लगा दी थी। इसके बाद आज यानी 2 मार्च को कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से मिलने के लिए सीहोर पहुंचेगा। यानी माहौल पूरा पॉलिटिकली होना वाला है। इसके बाद भी सरकार के घिरने में कमी थी तो सीहोर के बीजेपी विधायक सुदेश राय ने पूरी कर दी। कार्यक्रम का जायजा लेने के दौरान राय की जुबान फिसल गई और उनके मुंह से निकल गया- पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सीहोर के लिए दुखदाई है। फिर क्या था, सरकार की साख बचाने के लिए नरोत्तम को मैदान में आना पड़ा। वीडियो कॉल पर प्रदीप मिश्रा से चर्चा करने के बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की। ऐसे हालातों में सवाल होना लाजिमी है कि सीहोर का एक साधारण सा व्यक्ति कैसे अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक बन गया?
कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल: आज कांग्रेस का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सीहोर पहुंचेगा। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, शैलेंद्र पटेल, जिला अध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर और अवनीश भार्गव शामिल हैं। ये नेता कथावाचक प्रदीप मिश्रा से मिलकर वास्तुस्थिति का पता लगाएंगे। साथ ही उन्हें अब तो कोई दिक्कत नहीं आ रही है। इस पर बात करेंगे। चूंकि कार्यक्रम सीएम शिवराज के गृह जिले में था। लिहाजा कांग्रेस सीधे-सीधे आयोजन रद्द होने के लिए सीएम शिवराज को जिम्मेदार ठहरा रही है। इससे पहले कमलनाथ ने कहा था कि शिवराज जी की सरकार, शिवराज जी का क्षेत्र और शिव ज्ञान की गंगा बहाने वाला 'शिव महापुराण व रुद्राक्ष महोत्सव' का 7 दिवसीय महाआयोजन दबाव डालकर पहले दिन ही स्थगित करा दिया गया।
नरोत्तम का डैमेज कंट्रोल: नरोत्तम मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि कथा पहले के जैसे ही चल रही है। कथा बंद नहीं की गई है, व्यवस्थाएं ठीक है। मैंने स्वयं उन्हें दंडवत प्रणाम किया था और उन्होंने स्वयं कहा था कि व्यवस्था अब ठीक हो गई है। आयोजन में अधिक संख्या में भक्तों के पहुंचने के कारण सिर्फ रुद्राक्ष बांटने के कार्यक्रम में फेरबदल हुआ है। कमलनाथ जी चलती कथा में ट्वीट के जरिए अफवाह फैलाकर विघ्न डालने का काम कर रहे हैं। इससे पहले नरोत्तम ने पंडित प्रदीप मिश्रा से बात करने के बाद कहा था कि महाराज निवेदन कर रहा हूं कि प्रशासन की ओर से कोई दिक्कत तो नहीं है? कोई बात होगी तो बताइएगा, कोई भी आवश्यकता हो, आपके आशीर्वाद से ही सरकार है महाराज।
सीहोर में कथावाचक पं.प्रदीप मिश्रा जी की कथा यथावत चल रही है, बंद नहीं की गई।
आयोजन में अधिक संख्या में भक्तों के पहुंचने के कारण सिर्फ रुद्राक्ष बांटने के कार्यक्रम में फेरबदल हुआ है।
कमलनाथ जी चलती कथा में ट्वीट के जरिए अफवाह फैलाकर विघ्न डालने का काम कर रहे हैं। pic.twitter.com/myx8HwUQ1i
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 2, 2022
विजयवर्गीय का लैटर बम: रुद्राक्ष महोत्सव के स्थगित होने पर कैलाश विजयवर्गीय ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर कथा कि सीहोर में जो कुछ हुआ उसे देख और सुनकर अत्यंत पीड़ा और वेदना पहुंची। सीहोर जिला प्रशासन की अकर्मण्यता से मेरे जैसे कई सनातनियों को आघात पहुंचा है। विगत 17 वर्षों से आप इस प्रान्त के मुखिया हैं। आखिर ऐसी कौन सी विपदा आ गई थी कि पंडित प्रदीप मिश्रा पर इतना दबाव बनाया गया कि उन्हें भारी मन से कथा को समाप्त करना पड़ा।
महाशिवरात्रि पर्व के एक दिन पूर्व सीहोर में 11 लाख रुद्राक्ष अनुष्ठान जैसे अभूतपूर्व सनातनी धार्मिक कार्यक्रम को बीच में रोकने का दबाव बनाने का प्रशासन का आपराधिक कृत्य कहाँ तक जायज है??
सिर्फ लापरवाही या प्रशासन की माननीय @CMMadhyaPradesh की छबि को खराब करने का आपराधिक प्रयास! pic.twitter.com/g8FiFmz8Kx
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 1, 2022
कौन है प्रदीप मिश्रा?: साल 1980 में सीहोर में पंडित मिश्रा का जन्म हुआ था। उनका दूसरा नाम रघुराम है। मिश्रा ने सीहोर से ही हाईस्कूल की पढ़ाई की है। वह ग्रेजुएट हैं। वह एक अंतरराष्ट्रीय कथाकार होने के साथ ही आस्था चैनल में भजन और आरती के प्रस्तुतकर्ता भी हैं। प्रदीप मिश्रा की यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जबर्दस्त फैन फॉलोइंग है। वह पहले सीहोर में ही कथा और भजन करते थे। धीरे-धीरे उनकी ख्याति बढ़ती गई। आज वे एक अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक है। प्रदीप मिश्रा का सीहोर के प्रति गहरा लगाव है। इसलिए वह अपने नाम के पीछे सीहोरवाला लगाते हैं।
एमपी के सीहोर में प.प्रदीप मिश्रा द्वारा सोमवार से ही शुरू हुआ 7 दिवसीय शिव महापुराण एवं रुद्राक्ष महोत्सव,अधिकारियों के दबाव में व भाजपा के मंत्रियो के जाम में फँसने के कारण स्थगित…
धर्म प्रेमी सरकार में यह स्थिति कि प्रशासन पूर्व से जानकारी देने के बावजूद व्यवस्था नही कर पाया। pic.twitter.com/0XoDzYSmHJ
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) February 28, 2022
ये है पूरा मामला: 28 फरवरी को सीहोर में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन चल रहा था। 7 दिन की इस कथा में 15 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान था। 11 लाख लोगों को रुद्राक्ष बांटे जाने थे। लेकिन पहले ही दिन यहां 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए। इससे व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। इंदौर-भोपाल स्टेट हाईवे पर करीब 6 घंटे तक जाम रहा। कथा सुनने आए श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। प्रशासन ने कथावाचक से बात की। जिसके बाद कथावाचक ने मंच से रोते हुए कथा स्थगित कर दी। उन्होंने भावुक होकर ऊपर से बार-बार दबाव आ रहा है, इसलिए कथा स्थगित कर रहा हूं। मुझे क्षमा करे, देश के कोने-कोन से आए श्रद्धालुओं के लिए मैं व्यवस्था नहीं कर पाया। अब कथा का आयोजन ऑनलाइन ही होगा।
बेलपत्र फॉर्मूला हो चुका वायरल: साल की शुरुआत में प्रदीप मिश्रा का एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह दावा कर रहे थे जब आपका बच्चा परीक्षा देने जा रहा है और आपको लग रहा है कि बच्चे ने पढ़ाई नहीं की और पास नहीं होगा तो बेलपत्र के बीच वाली पत्ती पर शहद लगा लीजिए। इसके बाद बच्चे के हाथ से इस पत्ती को शिवलिंग पर चिपकवा दीजिए। उनका दावा था कि बच्चे ने भले ही साल भर पढ़ाई नहीं की हो, लेकिन जिस सब्जेक्ट के एग्जाम के दिन वह यह काम करेगा, उस विषय में पास होने से उसे कोई रोक नहीं सकता।