भगवंत मान ने पंजाबी में ईश्वर के नाम की शपथ ली, ऐसे बने कॉमेडियन से CM

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Aashish Vishwakarma
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भगवंत मान ने पंजाबी में ईश्वर के नाम की शपथ ली, ऐसे बने कॉमेडियन से CM

अमृतसर. आज यानी 16 मार्च को भगवंत मान की ताजपोशी हुई। मान ने भगतसिंह के गांव खटकड़कलां में पंजाब के 25वें मुख्यमंत्री की शपथ ली। हालांकि, नेता के तौर पर मान 17वें मुख्यमंत्री हैं। राज्यपाल बनबारी लाल पुरोहित ने मान को पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई। मान ने पंजाबी में ईश्वर के नाम पर शपथ ली। इसके बाद भाषण देकर इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए। कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां मौजूद रही। 







— AAP (@AamAadmiParty) March 16, 2022





ये होंगे मेहमान: आम आदमी पार्टी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू को भी निमंत्रण भेजा गया है। समारोह में हास्य अभिनेता कपिल शर्मा और राजू श्रीवास्तव के भी पहुंचने की उम्मीद है। इसके अलावा समारोह में दूसरे राज्यों के नेताओं को भी बुलावा भेजा गया है। जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित कई बड़े राजनीतिक चेहरों के नाम शामिल हैं। 





भगवंत मान का सियासी सफर: पेश से कॉमेडियन भगवंत मान 2011 में पीपुल्स पार्टी में शामिल हो गए। मान ने 2012 में लेहरा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में मान को शिकस्त मिली। 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। संगरुर लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे। उन्होंने अपना पहला लोकसभा चुनाव पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा के खिलाफ जीता। 2017 के विधानसभा चुनाव में जलालाबाद से मैदान में उतरे। इस सीट पर मान की मुकाबला सुखबीर सिंह बादल और रवनीत सिंह बिट्टू से था। मान को इस चुनाव में शिकस्त का सामना करना पड़ा। इसके बाद मान ने 2019 में संगरुर से लोकसभा चुनाव जीता। जनवरी 2022 में, उन्हें 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए AAP से पंजाब के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था।





आप का ये ट्रेंड: आम आदमी पार्टी ने 2011 में भ्रष्टाचार को लेकर आंदोलन चलाया था। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने 2 अक्टूबर 2012 में आम आदमी पार्टी बनाई। दिल्ली में पहली बार 2015 में पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ा था। तब अरविंद केजरीवाल ने 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटें अपने नाम की थीं। दूसरी बार केजरीवाल ने 2020 में दिल्ली में चुनाव लड़ा। इसमें 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की। दिल्ली के आम आदमी पार्टी ने पंजाब को अपना गढ़ बनाया। यहां 117 सीट में से 92 सीट जीती। इस ऐतहासिक जीत के साथ आप ने खुद को देश में एक विकल्प के तौर पर साबित किया है। 



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