Shahdol. जिले के जयसिंह नगर जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत आमडीह की जनता ने 75 वर्ष के रामकिशोर बैगा को निर्विरोध सरपंच चुन लिया है वही ग्राम पंचायत की 16 वार्ड में सभी पंच भी निर्विरोध चुन लिए गए हैं। 2 हजार 78 जनसंख्या वाले ग्राम पंचायत में 1347 मतदाता हैं। इन्हीं मतदाताओं ने ग्राम पंचायत के सबसे बुजुर्ग रामकिशोर नामनिर्देशन से पहले एक सभा करके सर्वसम्मति से सरपंच चुन लिया गया था। इस पर रामकिशोर बैगा ने 'द सूत्र' से कहा कि हम सभी लोग मिलकर अपनी ग्राम पंचायत का हर संभव विकास करेंगे निर्विरोध चुने जाने के कारण सरकार द्वारा मिलने वाली प्रोत्साहन राशि से हम अपनी ग्राम पंचायत के लंबित विकास कार्य को पूर्ण कर सकेंगे वही निर्विरोध चुने जाने के कारण हम सभी में आपसी भाईचारा भी मजबूत होगा।
नशा मुक्त ग्राम पंचायत बनाने का लक्ष्य
सरपंच रामकिशोर बैगा एक आदिवासी समाज के व्यक्ति होने के बावजूद पूर्णता नशा मुक्त है वही अपनी दिनचर्या अपने आचरण और अपने व्यवहार से पूरी ग्राम पंचायत के लिए एक आदर्श व्यक्तित्व भी माने जाते हैं रामकिशोर बैगा के अनुसार ग्राम पंचायत में विशेष प्राथमिकता के साथ नशे की लत में डूबे लोगों को बाहर निकालने का मिलकर प्रयास किया जाएगा।
युवाओं के प्रयास से मिली सफलता
2015 के पंचायती राज चुनाव में भी ग्राम पंचायत के कुछ युवाओं ने चुनाव को निर्विरोध और सर्वसम्मति से कराए जाने का प्रयास किया था। तब के चुनाव में युवा सर्वसम्मति बनाने में सफल नहीं हुए लेकिन रामरति कोल को लगभग 300 वोटों से विजय जरूर दिला सके। बताते हैं कि युवा शिव शंकर पटेल, राजाराम पटेल, शिवप्रसाद पटेल , जलील शाह, रफीक शाह, ताहिर शाह ने इस बार के पंचायती राज चुनाव को निर्विरोध सर्वसम्मति से कराए जाने के लिए युवाओं की टोली ने मई से प्रयास शुरू किए।
यूं निर्विरोध चुनी गई पंचायत
निर्विरोध चुनाव कराने के लिए युवाओं ने कई प्रयास किए थे। बताते हैं कि 31 मई को एक मीटिंग का प्लान किए एक छोटी मीटिंग थी । फिर 4 जून को एक वृहद मीटिंग में पूरे गांव के लोग और उम्मीदवारों को बुलाया गया। बैठक में छ: उम्मीदवार अपने आप को सरपंच बनाने के लिए आवेदन लगाए जिसमें तीन बैगा और तीन कोल उम्मीदवार थे। सभी 6 प्रत्याशियों को अलग से जाकर बात करके निर्णय लेने के लिए कहा तीनों बैगा प्रत्याशियों ने मिलकर रामकिशोर बैगा को चुना और दो कोल समाज एवं एक पनिका समाज के प्रत्याशियों ने किसी को नहीं चुना । बैठक में ग्रामीणों ने एक 13 सदस्यीय संरक्षक टीम बनाई इस टीम से शपथ ली गई कि यह सरपंच की बात मानेगी फिर यह टीम मिलकर बात करके और फाइनल रामकिशोर बैगा को सरपंच बनाने घोषणा कर दी। सभी वार्ड के मेंबर भी निर्विरोध चुन लिए गए उत्साह और जोश के साथ चुन लिया गया।
पांच साल विर्विवाद का संकल्प
ग्राम पंचायत की जनता दो गुटों में बटी थी। एक हिंदू- मुस्लिम और एक अलग हिंदू गुट रामकिशोर बैगा हिंदू मुस्लिम गुट के प्रतिनिधित्व करते थे। युवा शिव शंकर पटेल के अनुसार चुनाव की अधिसूचना समाप्त होने और सरपंच का प्रमाण पत्र प्राप्त हो जाने के बाद हम लोग क्योंकि ग्राम पंचायत में हिंदू मुस्लिम दोनों जाति के लोग हैं इसलिए हम लोगों ने निर्णय लिया है कि हमारे यहां मुहर्रम और हिंदू त्योहार भी मनाए जाते हैं। सांप्रदायिक विवाद को लेकर हमारी ग्राम पंचायत में पुलिस नहीं आएगी। 5 साल तक कोई रिपोर्ट जाएगी तो बिना सरपंच के अनुमति के पुलिस को हम पंचायत में नहीं आने देंगे और हम यह लिखित रूप से थाने, विधायक, सांसद,प्रभारी मंत्री एवं सक्षम अधिकारियों को लिखित रूप से आवेदन देंगे। वही हमारी इच्छा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री आगामी चुनाव से पहले हमारी ग्राम पंचायत का दौरा करें।