SAGAR. सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के कद्दावर नेता, जनपद और राहतगढ़ नगरपरिषद के पूर्व अध्यक्ष पं. नीरज शर्मा ने आज कांग्रेस में शामिल होने के लिए भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पिछले 15 सालों से शर्मा का जनपद और राहतगढ़ नगर परिषद पर कब्जा है।
नीरज शर्मा ने 2010 में जनपद अध्यक्ष का चुनाव जीता था
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से जुड़े पंडित नीरज शर्मा की पहचान इलाके में एक दबंग और गोविंद राजपूत के धुर विरोधी नेता के तौर पर होती है। साल 2010 में जनपद अध्यक्ष का चुनाव नीरज शर्मा ने गोविंद राजपूत के भाई को हराकर जीता था। पंडित शर्मा सागर के पूर्व सांसद और बीजेपी नेता लक्ष्मी नारायण यादव के दाएं हाथ माने जाते हैं।
राहतगढ़ नप के अध्यक्ष गोलू राय, नीरज शर्मा के ही परिवार से
पिछले साल राहतगढ़ नगर परिषद के चुनाव में गोविंद राजपूत के समर्थक को हराकर अपने समर्थक को नगर परिषद अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया था। वर्तमान में राहतगढ़ नगर परिषद के अध्यक्ष गोलू राय, नीरज शर्मा के परिवार के हैं। साल 2021 में हुए सुरखी विधानसभा के उपचुनाव के समय से ही नीरज शर्मा कांग्रेस पार्टी के संपर्क में थे। कुछ समय पहले बीजेपी से निष्कासित नेता राजकुमार धनोरा भी कांग्रेस में शामिल हुए थे।
कांग्रेस को सुरखी और देवरी विधानसभा क्षेत्र में मिलेगा फायदा
उल्लेखनीय है कि नीरज शर्मा की इलाके में छवि एक स्वच्छ राजनीतिज्ञ होने के साथ ही बाहुबली की है। अपने राजनीतिक जीवन में पंडित नीरज शर्मा एक भी चुनाव नहीं हारे हैं। माना जा रहा है कि नीरज शर्मा के कांग्रेस में आने से कांग्रेस को न केवल सुरखी क्षेत्र में फायदा मिला है, बल्कि आसपास के खुरई और देवरी विधानसभा क्षेत्र में लाभ मिलेगा। पंडित नीरज शर्मा 24 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने सदस्यता लेंगे। पंडित नीरज शर्मा के समर्थन में सुरखी विधानसभा से लगभग एक हजार गाड़ियों का काफिला 11.30 बजे भोपाल पहुंचेगा। माना जा रहा है कि यह शक्ति प्रदर्शन पिछले सप्ताह मालवा के बीजेपी नेता समंदर पटेल की भोपाल यात्रा की तुलना में बहुत बड़ा होगा।