हरदा ब्लास्ट पर विधानसभा में कांग्रेस का हल्ला बोल, सदन से वॉकआउट

मप्र विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन था। सदन की कार्रवाई शुरू होने के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक राम निवास रावत, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और अन्य सदस्यों ने हरदा की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव रखा। 

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Jitendra Shrivastava
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मप्र विधानसभा सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस का हंगामा

मप्र विधानसभा सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस का हंगामा

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संजय शर्मा, BHOPAL. हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट का मामला मप्र विधानसभा में गरमाया रहा। स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष घटना की न्यायिक जांच कराने और जिम्मेदार अधिकारिओं पर केस दर्ज करने की मांग पर अड़ा रहा। सरकार से न्यायिक जांच का आश्वासन न मिलने पर से असंतुष्ट विपक्ष ने हंगामा करते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया। सदन में स्थगन पर चर्चा के दौरान सत्ता और विपक्ष के सदस्यों के बीच जमकर बहस भी हुई। विपक्ष के वॉक आउट के बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कार्यवाही स्थगित कर दी। 

हरदा ब्लास्ट घटना की न्यायिक जांच की मांग

गुरूवार को मप्र विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन था। सदन की कार्रवाई शुरू होने के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक राम निवास रावत, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और अन्य सदस्यों ने हरदा की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव रखा। सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री  कैलाश विजयवर्गीय ने प्रस्ताव को स्वीकार किया। चर्चा शुरू होते ही विपक्ष ने हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट की चपेट में आकर लोगों के मारे जाने की दुखद घटना की न्यायिक जांच की मांग की। 

जिम्मेदार अधिकारियों पर केस दर्ज कराने की मांग

कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने हादसे के लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों की संख्या सरकार द्वारा पेश आंकड़े से कहीं ज्यादा होने की बात भी रखी। हादसे की जांच के लिए कांग्रेस द्वारा बनाई गई जांच समिति के सदस्य और हरदा विधायक रामकिशोर दोगने, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, फूल सिंह बरैया ने भी घटना के लिए सरकार से जिम्मेदारी तय करने और अधिकारियों पर केस दर्ज कराने की मांग की।

सीएम के न होने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई

स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सीएम मोहन यादव के न होने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा इतने संवेदनशील विषय पर भी सीएम व्यस्त हैं और कमरे में बैठकर काम कर रहे हैं। उनके कटाक्ष पर मंत्री विश्वास सारंग उन्हें जवाब दे रहे थे तभी सीएम सदन में आ गए। चर्चा के बीच कांग्रेस और सत्तापक्ष के सदस्यों में कई बार तीखी बहस भी हुई। सत्तापक्ष के विधायक रामेश्वर शर्मा के टोकने पर उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे उखड़ गए और उनके बीच बहस हो गई जिसे विधानसभा अध्यक्ष को रोकना पड़ा।  

विपक्षी सदस्य हंगामा कर वॉक आउट कर गए

इससे पहले सरकार की ओर से परिवहन मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट की घटना, आपदा में घायल लोगों के उपचार के लिए सरकार द्वारा जुटाई गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी। सीएम ने भी घटना को भयाभय माना। उन्होंने कहा वीडियो देखकर ऐसा लगा था की परमाणु बम फट गया हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडला जिले में 17, दतिया जिले में 4, मुरैना में 5, जबलपुर में 123, शिवपुरी में 10, ग्वालियर में 26, नरसिंहपुर में 6, डिंडोरी में 6, छिंदवाड़ा में 72, कटनी में 6, शहडोल में 29, अशोक नगर 7 फटाखा फैक्ट्री का निरीक्षण किया जा चुका है। वहीं हरदा में 12, इंदौर में 8 फैक्ट्री और 16 गोडाउन सील किए गए हैं। उन्होंने हादसे की जांच कराते हुए सभी जिम्मेदारों कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार उस उनसे ओपन कोर्ट सुनवाई अथवा ज्यूडिसियल जांच कराने की मांग की। सीएम के जवाब में दोनों का जिक्र न होने से नाराज विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और सदन से वॉक आउट कर गए।

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