RAIPUR. बस्तर को लेकर बीजेपी के आरोप पर विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि भाजपा के राज में कितनी नक्सली घटनाएं हुई उसके मुकाबले में चार साल में नक्सली घटनाएं कम हुई है। कोरोना काल में बीजेपी के नेता घर बैठकर आंदोलन कर रहे थे। बीजेपी के नेता जनता के बीच में नहीं गए जनता उन्हे पूछ रही वे चार साल में कहां थे। बीजेपी को आंकड़ों पर बात करनी चाहिए, वहीं बीजेपी के बस्तर फोकस को लेकर विकास उपाध्याय ने कहा चुनाव का समय है। भाजपा अपनी कोशिश में लगी है। छत्तीसगढ़ में भाजपा का कोई स्कोप नहीं है, इसलिए वे अपनी ताकत लगा रहे हैं। जनता का भरोसा भाजपा से उठ चुका है।
चुनावी साल है इसलिए इसे छत्तीसगढ़ में मुद्दा बनाना चाहते हैं
वहीं अतीक अहमद की मौत पर बीजेपी के बयान पर विधायक विकास उपाध्याय का बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि कल की घटना कानून को कटघरे में खड़े करने वाली है। जब गोली चल रही थी तो पुलिस उस वक्त कहां थी। जिस व्यक्ति का मर्डर हुआ, उस पर सैकड़ों अपराध दर्ज हुए। डीलिस्टिंग को लेकर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा प्रदर्शन करने वाले कौन है और किस विचारधारा के साथ प्रदर्शन किया जा रहा है सबको पता है। इन्हें दिल्ली में आंदोलन करना चाहिए, चुनावी साल है इसलिए इसे छत्तीसगढ़ में मुद्दा बनाना चाहते हैं, बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है।
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पादरी अब गेरुआ रंग का वस्त्र पहन रहे हैंः अग्रवाल
बता दें इसके पहले आज छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर BJP नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कुछ लोग गुमराह कर धर्मांतरण कराते हैं, पादरी अब गेरुआ रंग का वस्त्र पहन रहे हैं। अब पास्टर की जगह स्वामी लिख रहे हैं। कांग्रेस नेता सुरेंद्र शर्मा ने कहा है कि बृजमोहन का बयान BJP के निराशा को बताता है, धर्म के नाम पर वेष बदलकर BJP ने ठगा है। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है।
कई मुद्दे पर भाजपा, कांग्रेस सरकार पर हमला कर रही है
गौरतलब है कि बस्तर में भाजपा अब तक धर्मांतरण, नक्सलवाद के बाद अब डीलिस्टिंग की मांग का समर्थन कर रही है। ये कई ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें लेकर भाजपा, कांग्रेस सरकार पर हमला कर रही है।