इंदौर नगर निगम के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन; वाटर कैनन भी चली, उधर महापौर ने इसे कांग्रेस का राजनीतिक स्टंट बताया

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Jitendra Shrivastava
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इंदौर नगर निगम के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन; वाटर कैनन भी चली, उधर महापौर ने इसे कांग्रेस का राजनीतिक स्टंट बताया

संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर नगर निगम के खिलाफ कांग्रेस का पहला बड़ा प्रदर्शन सोमवार को निगम मुख्यालय पर हुआ। पहले से ही सूचित कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस ने निगम मुख्यालय के बाहर पुलिस बल लगाने के साथ ही बैरिकेडिंग लगा दी थी। इस बैरिकेडिंग को लांघने से लेकर तोड़ने, महापौर का पुतला जलाने की कोशिश के साथ ही वाटर कैनन चलने तक की घटनाएं हुई। हल्का पुलिस बल का भी प्रयोग हुआ। वहीं महापौर ने इसे चुनाव पहले राजनीतिक स्टंट करार दिया। निगम मुख्यालय के घेराव में पूर्व मंत्री व विधायक जीतू पटवारी व संजय शुक्ला भी शामिल हुए। राजू भदौरिया, पिंटू जोशी, स्विप्नल कांबले, रमीज खान, साक्षी शुक्ला, अमित चौरसिया के साथ निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे सहित कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता घायल हुए हैं। 





इन मांगों को लेकर किया गया प्रदर्शन





मुख्य मांग रेट जोन बदलने की थी। इससे कई कॉलोनियों में संपत्तिकर से लेकर, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की दरों में भी 30 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। कांग्रेस इसी का विरोध कर रही है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे का कहना है कि एक तरफ तो महापौर दावा कर रहे हैं कि निगम ने नागरिकों को राहत देते हुए कोई नया कर नहीं लगाया है दूसरी तरफ गुपचुप तरीके से रेट जोन में बदलाव कर शहर की 531 कालोनियों के लाखों लोगों पर कर की मार पड़ रही है। निगम सुविधाएं देने के नाम पर शुल्क बढ़ा रहा है दूसरी तरफ आमजन को कोई सुविधा नहीं मिल रही। सुविधा बढ़ाने के नाम पर सड़कों पर जो गड्ढे खोदे जा रहे हैं, उन्हें भरा तक नहीं जा रहा। इदरीस नगर में हुआ हादसा इसी का परिणाम है। यह ही मौत के गड्ढे पूरे शहर में खुदे पड़े हैं।





महापौर ने इस तरह दिया जवाब





उधर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर दुनिया में स्वच्छता का सिरमौर है। हम सोलर और डिजिटल की ओर आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस की गुटीय राजनीति को साधने की दृष्टि से दिखावे का प्रदर्शन कहीं ना कहीं इंदौर की गरिमा और संस्कृति के खिलाफ है। जिस प्रकार से कांग्रेस के नेता पार्षद पति खुलेआम नगर निगम के कर्मचारियों को धमका रहे हैं ये इंदौर की राजनीति के संस्कार और संस्कृति को प्रदर्शित नहीं करता है। कहीं ना कहीं इस प्रकार के कृत्य इंदौर के संस्कार के खिलाफ हैं। हम सबने मिलकर एक नए इंदौर का सपना देखा है। लेकिन कांग्रेस का यह प्रदर्शन सिर्फ चुनावी स्टंट है। एक तरफ इंदौर नगर निगम दुनिया में एनआरआई और जी-20 सम्मेलन के माध्यम से अपने परचम गाड़ रही है और दूसरी तरफ कांग्रेस का यह दिखावे का स्टंट और प्रदर्शन इसकी छवि को धूमिल करने का काम कर रहा है।





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यह है कांग्रेस की अहम मांगे





संपत्ति कर-भवन अनुज्ञा शुल्क में वृद्धि को लेकर विरोध, नगर निगम द्वारा अब तक जितनी भी कॉलोनियों के वैध घोषित किया गया है, उन कॉलोनियों में से एक भी मकान का नक्शा मंजूर नहीं किया गया है। रामनवमी के पर्व पर पटेल नगर में हुए हादसे को लेकर दोषियों का क्या हुआ, कार्यवाही क्यों नहीं हुई। नर्मदा की लाइन से पीने के पानी में गंदा पानी, बदबूदार पानी, ड्रेनेज के पानी का मिश्रण की समस्या। नर्मदा की अमृत योजना कब आएगी इसका जवाब, यह बीजेपी और कांग्रेस दोनों के पार्षदों की समस्या है।





वार्ड 60 के कांग्रेसी पार्षद पति अंसारी पर केस





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इंदौर नगर निगम के कर्मचारी विनित गोयल ने वार्ड नंबर 60 के पार्षद पति अंसाफ अंसारी के खिलाफ शासकीय काम में बाधा का केस दर्ज कराया। सेंट्रल कोतवाली थाने में दर्ज केस में उन पर धारा 353 के साथ ही 294 व 506 भी लगी है। उन पर आरोप है कि सुबह जब गोयल द्वारा काम कराया था रहा था, तभी सुबह अंसारी वहां आए औऱ् काम रूकवा दिया, कहा गया कि मेरे हिसाब से काम नहीं हो रहा है दुकाने सड़क पर आ गई है। सहायक दरोगा अनिल से बात की तो अंसारी ने फोन छीन लिया और उसे भी धमकाया। धमकाया कि यहां से भाग जा नहीं तो हाथ-पैर तोड़ दूंगा, गालियां दी।



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