संजय गुप्ता, INDORE. जी-20 देशों की एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक 13 फरवरी (सोमवार) से इंदौर में शुरू हो गई है। इसमें कृषि में निवेश, टेक्नोलॉजी और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने सहित 16 विषयों पर विविध डेलीगेट्स द्वारा चर्चा की। इसमें 20 सदस्य देशों के साथ ही 10 विशेष आमंत्रित देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। जी-20 में एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की हो रही बैठक के पहले दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करीब डेढ़ घंटे तक कार्यक्रम में रहे।
खाद्य सुरक्षा के लिए उत्पादन बढ़ना होगा
जी-20 में एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की हो रही बैठक के पहले दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करीब डेढ़ घंटे तक कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने इस दौरान कहा कि यह अहम आयोजन है क्योंकि अब खाद्य सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इसके लिए उत्पादन बढ़ना होगा। बाकी उत्पाद तो हम विकल्प ढूंढ सकते हैं, लेकिन मनुष्य को जिंदा रहने के लिए अन्न चाहिए और इसे उगाने के लिए किसान।
बिना किसान के हम जीवित ही नहीं रह सकते हैं
मैं खुद भी किसान हूं और इसी से आजीविका लेता हूं। हमारे इतिहास में भी सबसे उत्तम काम खेती को बताया गया है। इस आयोजन को हमने बड़ी आत्मीयता से किया है, सभी अतिथियों का दिल से स्वागत है। उम्मीद है कि इस आयोजन से कई अहम निष्कर्ष निकलेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिलेट्स के लिए आह्वान किया है, और मप्र इसकी राजधानी है।
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एक दशक से 18 फीसदी कृषि विकास दर
सीएम ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मप्र में एक दशक से 18 फीसदी कृषि विकास दर है। यहां 18 साल पहले उत्पादन 159 लाख मीट्रिक टन था जो अब 619 लाख मीट्रिक टन हो गया है। बुआई का एरिया जो 199 लाख हैक्टेयर था वह 299 लाख हेक्टेयर हो गया है। सिंचाई का एरिया जो पहले 7.5 लाख हेक्टेयर था वह 45 लाख हेक्टेयर हो गया है। हम जैविक खेती में भी आगे हैं और 17 लाख हेक्टेयर पर यह जैविक खेत हो रही है।
60 हजार किसानों ने इसके लिए पंजीयन कराया है
60 हजार किसानों ने इसके लिए पंजीयन कराया है। इसके आगे हम प्राकृतिक खेती की ओर भी जा रहे हैं। मप्र मिलेट की राजधानी है। दुनिया में साल 2000 में अन्न की मांग 192 मिलियन टन थी जो अब 2030 में 345 मिलियन टन होगी, खाद्य सुरक्षा भविष्य में सबसे अहम होगा और इसके लिए उत्पादकता बढाना होगी। इसके पहले सीएम ने यहां लगी प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।