BANGALORE. कर्नाटक में किसकी सरकार बनेगी चंद घंटे बाद तस्वीर साफ हो जाएगी। वोटों की गिनती आज सुबह आठ बजे से शुरू होगी। कर्नाटक की 224 सीटों पर इस बार 10 मई को सिंगल फेज में 73.19 फीसदी वोटिंग हुई है। चुनाव आयोग के मुताबिक हार जीत की पूरी तस्वीर दोपहर 2 बजे तक साफ हो जाएगी। इस बार कर्नाटक में 2018 के चुनाव से 1 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई है। वहीं 10 एग्जिट पोल में से 4 ने दावा किया है कि कांग्रेस कर्नाटक में सरकार बनाएगी। जबकि एक एग्जिट पोल का नतीजा बीजेपी को सरकार बनाने का मौका दे रहा है। काउंटिंग राज्य के 36 सेंटर में सुबह 8 बजे शुरू होगी। चुनाव अधिकारियों को हार-जीत का रिजल्ट दोपहर तक सामने आने की संभावना है।
द सूत्र पर जानिए 224 सीटों का हाल
कर्नाटक में 58,545 मतदान केंद्रों पर कुल 5 करोड़ 31 लाख 33 हजार 54 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया हैं। कर्नाटक में पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत सभी नेताओं ने जमकर प्रचार किया था। अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला होना है। द सूत्र पर आपको सबसे तेज और सटीक चुनाव परिणाम देखने को मिलेंगे।
चुनाव नतीजे कहां और कैसे देखें
कर्नाटक चुनाव के नतीजे आप द सूत्र की वेबसाइट https://www.thesootr.com/ पर देख सकते हैं। चुनाव से जुड़ा हर अपडेट आपको यहां मिलेगा। साथ ही द सूत्र के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी नतीजे देखे जा सकते हैं
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इस बार कौन जीतेगा कर्नाटक?
जब पूर्ण बहुमत नहीं आता तो सत्ता स्थाई नहीं रहती। लोकतंत्र में टूट-फूट, दल-बदल के मौके मिलते हैं। जनता का भरोसा कमजोर होता है। इस बार क्या होगा? कर्नाटक में किस करवट जनादेश आएगा? इसे समझने के लिए हमने पांच थ्योरी पकड़ी हैं। वो चार फॉर्मूले जो तय कर सकते हैं कौन जीतेगा कर्नाटक?
फॉर्मूला नंबर-1
कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के बीच 144 सीटों पर सीधी टक्कर होती है। 2018 में बीजेपी ने बढ़त हासिल की थी और सीधी टक्कर में 85 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 59 सीटों पर जीत मिलेगा। ऐसे में सवाल उठता है कि अबकी बार आमने-सामने की टक्कर में कौन ज्यादा जीत जीतेगा? क्या बीजेपी के सामने कांग्रेस बेहतर कर पाएगी?
फॉर्मूला नंबर-2
राज्य में कुल 224 सीटें हैं। इनमें 29 सीटें ऐसी हैं, जिन्होंने चुनाव में हर बार नया विजेता चुना है। क्या इस बार भी यही 29 सीटें तय करेंगी कि कर्नाटक में नया विजेता कौन होगा?
फॉर्मूला नंबर-3
कर्नाटक की 55 सीटें ऐसी हैं, जहां पिछले तीन चुनाव के आंकड़े देखें, तो एक बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस जीती है। अभी इन 55 में से 40 सीटें ऐसी हैं, जिन पर बीजेपी का कब्जा है। अगर पिछला ट्रेंड जारी रहा, तो इन सीटों पर बीजेपी को नुकसान हो सकता है। हालांकि, आज फैसला आने के बाद पता चल सकेगा कि बीजेपी-कांग्रेस कितने पर सीटों पर कब्जा कर पाएंगी।
फॉर्मूला नंबर-4
देश में पिछले 30 महीने में 17 राज्यों में चुनाव हुए और 13 राज्यों में सत्ता दल की वापसी हुई, जिसकी पहले सरकार रही। उन 13 राज्यों में 10 में बीजेपी या बीजेपी गठबंधन की सरकार वापस लौटी। इसके अलावा, जिन 4 राज्यों में सत्ता का बदलाव हुआ, उनमें इकलौता राज्य हिमाचल है, जहां बीजेपी का वोट प्रतिशत कम हुआ और पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। क्या कर्नाटक में भी बीजेपी अपना रिकॉर्ड दोहरा पाएगी या फिर कहानी कुछ और हो जाएगी?