मध्यप्रदेश कांग्रेस में दो बार से ज्यादा हारे नेताओं को नहीं मिलेगा विधानसभा चुनाव का टिकट, कई दिग्गज रह सकते हैं खाली हाथ

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Jitendra Shrivastava
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मध्यप्रदेश कांग्रेस में दो बार से ज्यादा हारे नेताओं को नहीं मिलेगा विधानसभा चुनाव का टिकट, कई दिग्गज रह सकते हैं खाली हाथ

BHOPAL. इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। कांग्रेस टिकट के मामले में भी ज्यादा एहतिहात बरत रही है। टिकट के लिए कांग्रेस ने नई गाइडलाइन बनाई है। सूत्रों की मानें तो टिकिट देने में कांग्रेस हारे हुए नेताओं से परहेज बरतेगी। नई गाइड लाइन के मुताबकि जो नेता दो बार से ज्यादा बार चुनाव हारे हैं,उनको टिकट नहीं दी जाएगी। हालांकि जहां पर सर्वे में जिताऊ उम्मीदवार के तौर पर किसी हारे हुए नेता का सिंगल नाम आता है तो उसको उम्मीदवार बनाने पर विचार किया जाएगा। यदि इस गाइड लाइन पर टिकिट दी गई तो कई दिग्गजों की उम्मीदवारी खतरे में पड़ जाएगी। इस गाइडलाइन से साफ है कि कमलनाथ इस बार नए और युवा चेहरों को मैदान में उतारने वाले हैं।



इन उम्मीदवारों पर टिकट का संकट




  • सत्यनारायण पटेल 6 बार हारे


  • अंतर सिंह दरबार 3 बार हारे

  • राजेंद्र वशिष्ठ 2 बार हारे

  • महेश पटेल 2 बार हारे

  • बालमुकुंद सिंह गौतम 2 बार हारे

  • आलोक मिश्रा 3 बार हारे

  • महेंद्र चौहान 3 बार हारे

  • अश्विन जोशी 2 बार चुनाव हार चुके हैं। 



  • भ्रष्टाचार पर सीएम को घेरेगी कांग्रेस



    पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर हुई कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में तय किया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार को इस चुनाव को अहम मुद्दा बनाने जा रही है। इस समिति के सदस्य और विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि सतपुड़ा भवन में लगी आग से साफ तौर पर बताती है कि भ्रष्टाचार की फाइलें जलाई जा रही हैं। सरकार पूरी तरह कर्ज़ में डूब गई है। इस मुद्दे को हम घर-घर तक ले जाएंगे। सरकार कर्ज में है सीएम से लेकर मंत्री तक भ्रष्टाचार करने में लगे हुए हैं। सरकार का मुखिया इन सबके लिए जिम्मेदार है।



    बैठक में चुनाव की रणनीति पर चर्चा



    बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, एआईसीसी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, एनपी प्रजापति, कांतिलाल भूरिया, शोभा ओझा, बाला बच्चन, कमलेश्वर पटेल, सुरेंद्र चौधरी,

    अजय सिंह राहुल भैया, जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा,सांसद विवेक  तंखा, रामेश्वर नीखरा,के पी सिंह कक्काजू और महेंद्र जोशी उपस्थित थे। बैठक में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में भी रणनीति बनाई गई।



    हर बूथ को करेंगे मजबूत



    बैठक में एक-एक बूथ को मजबूत करने का संकल्प लिया गया। साथ ही कहा गया कि कांग्रेस ऐतिहासिक बहुमत से सरकार बनाएगी, सभी ओपिनियन पोल कांग्रेस पार्टी के पक्ष में हैं। कांग्रेस अब तक के सबसे मजबूत संगठन के साथ 2023 के विधानसभा चुनाव में उतरेगी। बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, एआईसीसी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उपस्थित थे।



    कांग्रेस राजनीतिक समिति की बैठक में किसने क्या कहा



    राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक कमलनाथ के आवास पर 2 घंटे से अधिक समय तक चली। इस बैठक में एआईसीसी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाएगी। बैठक के विषय में पूर्व मंत्री और विधायक पटवारी ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया। पटवारी ने कहा की बैठक में कमलनाथ जी वेणु गोपाल जी जयप्रकाश अग्रवाल जी सहित सभी नेताओं ने चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से लग जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता महंगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से त्रस्त है। प्रदेश की जनता ने बीजेपी को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले लिया है। मध्य प्रदेश आदिवासी अत्याचार में महिला अत्याचार में और अन्य तरह के अपराधों में बहुत आगे है। कांग्रेस सरकार मध्य प्रदेश को इस स्थिति से मुक्ति दिलाएगी। कांग्रेस सरकार बनने पर मध्यप्रदेश में किसानों मजदूरों बेरोजगारों नौजवानों महिलाओं और समाज के सभी वर्गों का हिट सुनिश्चित किया जाएगा।


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