NEW DELHI. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने 23 मार्च, गुरुवार शाम विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाई है। इस बैठक को लोकसभा चुनाव से पहले स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग को लेकर विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।
इस मशीन में कई खामियां हैं: पूर्व सीएम दिग्विजय
बैठक में कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा- देश के सभी विपक्षी दल EVM से चुनाव कराने के खिलाफ हैं। इस मशीन में कई खामियां हैं। चुनाव आयोग पहले कहता था- यह स्टैंडअलोन मशीन है, लेकिन अब वे मानते हैं कि यह स्टैंडअलोन मशीन नहीं है, क्योंकि इसमें उम्मीदवार का नाम और चुनाव चिह्न इंटरनेट से डाला जाता है।
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अब आयोग ने माना - ईवीएम की चिप मल्टी प्रोग्रामेबल हैं
दिग्विजय ने ईवीएम की चिप पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा- पहले चुनाव आयोग दावा करता था कि ईवीएम में यूज किए जाने वाली चिप को एक बार ही प्रोग्राम किया जा सकता है। इसका दोबारा यूज नहीं किया जा सकता है, लेकिन अब आयोग ने यह कबूल किया है कि ईवीएम की चिप मल्टी प्रोग्रामेबल हैं।
हमें आईटी एक्सपर्ट और क्रिप्टोग्राफर के विचारों को भी सुनना चाहिए: पवार
NCP प्रमुख पवार ने विपक्षी दलों को लेटर लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि एक्सपर्ट का मानना है कि किसी भी चिप वाली मशीन को असानी से हैक किया जा सकता है। हम इसे अनएथिकल एलिमेंट के जरिए बंधक नहीं बनाने दे सकते। हमें आईटी एक्सपर्ट और क्रिप्टोग्राफर के विचारों को भी सुनना चाहिए।
किसी दूसरे सॉफ्टवेयर से ऑपरेट हो सकती है ईवीएम
बता दें कि स्टैंडअलोन एप्लिकेशन को ऑपरेट करने के लिए किसी अलग सॉफ्टवेयर की जरूरत नहीं होती है। यानी ईवीएम अगर स्टैंडअलोन नहीं है तो यह किसी दूसरे सॉफ्टवेयर से ऑपरेट हो सकता है।
मीटिंग में टीएमसी ने नहीं लिया भाग
शरद पवार ने अपने दिल्ली स्थित घर पर सभी विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाया था। कौन-कौन से विपक्षी नेता इस बैठक में शामिल हुए, यह तो अभी साफ नहीं है, लेकिन ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कोई नेता इसमें शामिल नहीं हुआ। TMC ने पिछले हफ्ते ही कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ नया मोर्चा बनाया है। इस मोर्चे में अभी सिर्फ समाजवादी पार्टी ही शामिल है।