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SAGAR. सागर के बड़तूमा में पीएम नरेंद्र मोदी ने संत रविदास के मंदिर और स्मारक का भूमिपूजन किया। 11.29 एकड़ जमीन पर 100 करोड़ की लागत से मंदिर-स्मारक बनाया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था- पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता।
पीएम बोले- भूखे रहने की तकलीफ जानता हूं
पीएम मोदी ने कहा कि रविदास जी ने अपने दोहे में कहा है कि ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिलै सबन को अन्न, छोट बड़ों सब से, रैदास रहें प्रसन्न। आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी-भूख से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। कोरोना के दौर में पूरी दुनिया की व्यवस्थाएं चरमरा गईं। गरीब-दलित के लिए हर कोई आशंका जता रहा था। कहा जा रहा था कि 100 साल बाद इतनी बड़ी आपदा आई है। मैंने कहा था कि किसी को भी खाली पेट सोने नहीं दूंगा। मैं भली-भांति जानता हूं कि भूखे रहने की तकलीफ क्या होती है।
'SC-ST समाज के लोग अपने पैरों पर खड़े हो रहे'
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे प्रयासों की तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है। देश में गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं चल रही हैं, उनका लाभ दलित-आदिवासी-पिछड़े समाज को हो रहा है। पहले योजनाएं चुनावी मौसम के हिसाब से आती थीं। कोई भी दलित, वंचित बिना घर के ना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री आवास भी दिए जा रहे हैं। जल-बिजली कनेक्शन भी मुफ्त दिया गया है। आज एससी-एसटी समाज के लोग खुद अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं।
'आदिवासियों को वो सम्मान मिल रहा, जिसके वे हकदार'
पीएम मोदी ने कहा कि सागर के नाम में ही सागर (समुद्र) है। सागर से लाखा बंजारा का नाम भी जुड़ा है। उन्होंने पानी की जरूरत समझी और इसके लिए काम किया। आज पिछड़े-आदिवासी क्षेत्रों में पानी पहुंच रहा है। हम लाखा बंजारा की योजना आगे बढ़ा रहे हैं। आदिवासी-दलित-पिछड़े वर्ग के लोगों ने राष्ट्र के विकास में भूमिका निभाई है। बाबा साहब से जुड़े स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का बीड़ा उठाया है। एक स्टेशन का नाम टंट्या मामा के नाम पर किया है। भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम गोंड रानी कमलापति के नाम पर रखा गया। आज आदिवासियों को वो सम्मान मिल रहा है, जिसके वो हकदार थे। मुझे विश्वास है कि संत रविदास की शिक्षाएं एकजुट करती रहेंगी।
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100 करोड़ में बनेगा मंदिर और स्मारक
संत रविदास का मंदिर और स्मारक 11.29 एकड़ जमीन पर 100 करोड़ की लागत से बनेगा। इसकी दीवारों पर संत रविदास के दोहे और शिक्षा लिखी जाएंगी। पूरा प्रोजेक्ट नागर शैली में बनेगा। कला वीथिका और भक्त निवास के साथ अन्य दूसरी चीजें भी बनेंगी।
53 हजार गांवों से मिट्टी और 350 नदियों का जल
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 8 फरवरी को मंदिर और स्मारक बनाने की घोषणा की थी। संत रविदास मंदिर के लिए 53 हजार गांवों से मिट्टी और 350 नदियों का जल लाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को कुछ महीने ही बचे हैं। पीएम मोदी MP का 5 बार दौरा कर चुके हैं।