NEW DELHI. सांसदी जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहली बार वायनाड पहुंचे हैं। उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी भी आई हैं। उन्होंने तो वायनाड की जनता को संबोधित करते हुए जोर देकर कह दिया है कि उनका भाई इस दुनिया का सबसे सच्चा शख्स है जो खुलकर बोलता है और किसी से नहीं डरता।
प्रियंका का इमोशनल कार्ड
वायनाड की जनता को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि आप जानते हैं कि वो सबसे सच्चा आदमी है, वो किसी से नहीं डरता है। सत्ता की ताकत उसे हटाने की कोशिश कर रही है, लेकिन वो डटा हुआ है। वो तो आपके संघर्ष को समझता है, आपके लिए काम किया है, आपके साथ खड़ा रहा है।
मेरे पास तो मेरा पति, बच्चे हैं, वो अकेला बैठा था
प्रियंका ने राहुल का दर्द बंया करते हुए एक किस्सा भी साझा किया। उन्होंने बताया कि जब राहुल की सांसदी चली गई थी, वे वायनाड में अपना सामान पैक करने आए थे। इस बारे में प्रियंका कहती हैं कि मैंने अपने भाई का सामान पैक किया था। मेरे पास तो मदद के लिए मेरा पति, बच्चे हैं, वो अकेला बैठा था। अब प्रियंका ने तो भावुक स्पीच दी ही, राहुल गांधी ने भी वायनाड की जनता को लेकर काफी कुछ कहा। उन्होंने यहां के लोगों को अपना परिवार बताया, जोर देकर कहा कि इनके साथ अलग लगाव है।
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राहुल बोले- वायनाड मेरा परिवार
राहुल ने बोला कि चार साल पहले जब मैं यहां आया था, आपका सांसद बना था। यहां पर प्रचार करने का तरीका बिल्कुल अलग था। किसी सामान्य प्रचार में तो हम नीतियों पर बात करते हैं, लेकिन जब मैंने यहां प्रचार किया, लगा अपने परिवार के बीच आया हूं। मैं केरल से नहीं हूं, लेकिन आपका ऐसा प्यार मिला कि मानो मैं आपका ही भाई या बेटा हूं। मुझे इस बात का अहसास है कि एक सांसद होने के क्या मायने होते हैं। आपको लोगों के दिल को छूना होता है, उन्हें समान रूप से सम्मान देना चाहिए। जनता का प्रतिनिधित्व करना बड़ी बात होती है, ऐसा करने के लिए उनके संघर्षों को समझना जरूरी है।
राहुल ने कहा सांसद तो सिर्फ एक टैग है, एक पद है
केंद्र पर हमला करते हुए राहुल ने दो टूक कहा कि सांसद तो सिर्फ एक टैग है, एक पद है। उन्हें वायनाड की जनता का प्रतिनिधित्व करने से कोई नहीं रोक सकता है। वे यहां के लोगों के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। वैसे अपने संबोधन के दौरान राहुल ने एक बार फिर अडानी मुद्दे का भी जिक्र किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें संसद में इस मुद्दे पर बोलने नहीं दिया गया।
फिर उठाया अडानी मुद्दा
इस बारे में राहुल ने कहा कि मैने सिर्फ संसद में प्रधानमंत्री से गौतम अडानी से जुड़े सवाल पूछे थे और मैंने यह साबित किया कि कैसे प्रधानमंत्री अडानी को मदद पहुंचाते हैं। राहुल ने तर्क दिया कि उन पर लगातार नजर रखी जा रही है, ऐसे में वे ये मान सकते हैं कि वे सही राह पर चल दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे डरने या झुकने नहीं वाले हैं। अब अपनी रैली के दौरान कांग्रेस नेता ने वायनाड की जनता को एक बड़ा वादा भी कर दिया। उन्होंने कहा कि वे सांसद रहे या ना रहे, बात जब वायनाड में मेडिकल कॉलेज या बफर जोन की आएगी, वे ये काम करवा कर रहेंगे। यहां तक बोला गया कि उनका वायनाड के साथ रिश्ता कोई दो या तीन साल का नहीं, बल्कि पूरी जिंदगी का है।
वायनाड से राहुल कनेक्शन
जानकारी के लिए बता दें कि राहुल गांधी ने 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के अमेठी और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था। अमेठी उनकी परंपरागत सीट थी। इस सीट पर राहुल को बीजेपी नेता स्मृति ईरानी के सामने हार का सामना करना पड़ा था, जबकि केरल के वायनाड से उन्होंने जीत हासिल की थी। 2019 के 'मोदी सरनेम' वाले बयान पर मानहानि के मामले में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद लोकसभा सचिवालय की ओर से राहुल की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी। सूरत के सेशन कोर्ट के फैसले को राहुल ने ऊपरी अदालत में चुनौती दी है।