BHOPAL. राम मंदिर उद्घाटन समारोह देखने के लिए अयोध्या जाने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए मप्र सरकार तैयारियां कर रही है। ताकि प्राण प्रतिष्ठा के लिए यात्री आराम से अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन कर सके।
राम मंदिर दर्शन के लिए मप्र सरकार की तैयारी
मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शपथ ग्रहण के बाद कहा था कि मध्य प्रदेश सरकार राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करेगी। सीएम के इस ऐलान के बाद अधिकारी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियों में लग गए हैं।
राम भक्तों के लिए मप्र सरकार बिछाएगी फूल
मप्र के सीएम डॉ.मोहन यादव ने कहा कि जो यात्री अयोध्या जाना चाहेंगे, उन्हें तीर्थ दर्शन योजना से अयोध्या भेजा जाएगा। ट्रेन, बस से मध्य प्रदेश की जनता को सरकार राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या भेजेगी। राम भक्तों के लिए मध्य प्रदेश की सरकार फूल बिछाएगी। प्रदेश में कृष्णजी ने जहां-जहां लीलाएं की हैं, वहां सरकार उन स्थानों को विकसित करेगी। इसके अलावा दिल्ली, मुंबई,चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता, नागपुर, लखनऊ और जम्मू से अयोध्या के लिए ट्रेनें चलेंगी।
तीर्थस्थलों पर CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान
मध्य प्रदेश में तीर्थ स्थलों को लेकर सीएम मोहन यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भगवान श्री कृष्ण के जहां-जहां पांव पड़े, लीलाएं रचीं, उन सभी स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मध्य प्रदेश के अंदर जहां-जहां भगवान कृष्ण के पांव पड़े हैं, जहां-जहां लीला रची है चाहे वो अपना उज्जैन, जहां उन्होंने 64 कला विद्या सीखी, इंदौर के पास की वो पहाड़ी जहां परसुराम भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र देते हैं, वो सारे स्थान तीर्थ के रूप में डेवलप करेंगे ये हमारी सरकार का नियम है और हम इस सारी निर्णयों के लिए सरकार में आए हैं।
22 जनवरी को होगा उद्घाटन
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा। इसको लेकर अयोध्या में तेजी से विकास कार्य जारी है। जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। तब भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा एक खास अनुष्ठान होता है, जिसके जरिए मंदिर में किसी देवता की मूर्ति को पूजा और मंत्रों के बीच स्थापित करते हैं। प्राण प्रतिष्ठा से पहले मूर्ति को निर्जीव माना जाता है, इसके बाद वो सजीव हो जाता है और वो दिव्य माने जाने लगती है
प्रतिमाएं 90 प्रतिशत तक बनकर तैयार
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम के पांच वर्षीय बाल रूप की पत्थर की चार फाट तीन इंच की खड़ी प्रतिमा का निर्माण अयोध्या के तीन स्थानों पर किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अभी तक ये प्रतिमाएं 90 प्रतिशत तक बनकर तैयार हो चुकी हैं। वहीं गर्भ गृह पूरी तरह बनकर तैयार हैं। वर्तमान में प्रथम तल का निर्माण कार्य जारी है।
मृगशिरा नक्षत्र में होगा रामलला का मृगशिरा नक्षत्र
22 जनवरी 2024 को दिन के साढ़े 12 बजे अयोध्या में बनकर तैयार नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। अयोध्या में राम मंदिर की मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा का कामकाज संभाल रहे पंडित का कहना है कि राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मृगशिरा नक्षत्र का दिन चुना गया है।
सभी परंपरा के संत महंत कार्यक्रम में होंगे शामिल
भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिंदुस्तान के सभी राज्य, सभी भाषाएं, देश में पूजा पद्धति की जितनी भी परंपरा है, गुरु परंपरा उन सभी परंपरा के संत महंत प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आएंगे। भगवान राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह अगले साल 22 जनवरी को होने वाला है। इस भव्य कार्यक्रम में 4 हजार संत शामिल होंगे। इसके साथ ही समाज का हर क्षेत्र खेल जगत, कला जगत, कवि, लेखक, साहित्यकार, अनुसूचित जाति जनजाति घुमंतू जाति सेवा निवृत सेना और पुलिस के अधिकारी भी शामिल होंगे।