ऐसे होंगे रामलला के दर्शन, जानिए कहां से होगी मंदिर में एंट्री और कहां से जाएंगे बाहर?

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Pratibha Rana
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ऐसे होंगे रामलला के दर्शन, जानिए कहां से होगी मंदिर में एंट्री और कहां से जाएंगे बाहर?

BHOPAL. अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी जोरशोर से चल रही है। मंदिर करीब-करीब बनकर तैयार है। 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह होगा। लेकिन, उससे पहले ही कई तरीके के पूजा-पाठ और अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे।

इस तरह रहेंगे कार्यक्रम

  • 16 जनवरी- विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान
  • 17 जनवरी- रामलला के विग्रह को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाएगा।
  • 18 जनवरी- प्राण प्रतिष्ठा की विधि प्रारंभ होगी।
  • 19 जनवरी- यज्ञ अग्नि की स्थापना की जाएगी।
  •  20 जनवरी- गर्भगृह को 81 कलश सरयू जल से धोने के बाद वास्तु की पूजा होगी।
  • 21 जनवरी- रामलला को तीर्थों के 125 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा।
  • 22 जनवरी- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी।

पूरब द्वार से प्रवेश और दक्षिण से होगा निकास

राम मंदिर में पूर्वी दिशा से भक्तों को प्रवेश कराया जाएगा। जबकि रामलला के दर्शन करने के बाद भक्त दक्षिणी दिशा से बाहर निकल सकेंगे। मंदिर परिसर के अंदर अलग-अलग 44 द्वार बनाए गए हैं। इस परिसर में भगवान राम के गुरुओं का मंदिर होगा। सबरी और अहिल्याबाई माता के मंदिर भी होंगे।

रामलला के लिए खास पोशाक

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से रामलला और हनुमान जी के लिए नई पोशाक तैयार करवाई जा रही है। अयोध्या के प्रमोदवन निवासी शंकर लाल ये विशेष पोशाक बना रहे हैं। 3 पीढ़ियों से उनका ही परिवार रामलला के लिए पोशाक तैयार करता आ रहा है। मुहूर्त के अनुसार मुख्य कार्यक्रम सोमवार के दिन होगा। इस दिन रामलला को सफेद वस्त्र धारण कराए जाते हैं, लेकिन 22 जनवरी को शुभ दिन है। इसलिए शुभ काज में पीतांबरी ओढ़ाने का विधान है। यही वजह है कि भगवान के लिए पीले रंग की पोशाक बनाई जा रही है।

हर दिन अलग रंग की पोशाक

रामलला को दिन के अनुसार वस्त्र धारण कराए जाते हैं।

  • रविवार को गुलाबी
  • सोमवार को सफेद
  • मंगलवार को लाल
  • बुधवार को हरा
  • गुरुवार को पीला
  • शुक्रवार को क्रीम कलर
  • शनिवार को नीले रंग की पोशाक धारण कराई जाएगी

अयोध्या में चल रही हैं भव्य तैयारियां

अयोध्या में 2.7 एकड़ में राम मंदिर बन रहा है। इसकी ऊंचाई लगभग 162 फीट की होगी। इस पूरे मंदिर परिसर में भगवान राम के मंदिर के साथ ही और भी 6 मंदिर बनाए जा रहे हैं। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की पूजा-अर्चना 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी। काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, लक्ष्मीकांत दीक्षित (कर्मकांड) पूजा संपन्न कराएंगे। प्राण-प्रतिष्ठा पूजन के बाद 48 दिन की मंडल पूजा होगी, जो विश्वप्रसन्न तीर्थ जी के नेतृत्व में होगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास तीर्थक्षेत्रपुरम (बाग बिजैसी) में टिन की सिटी बसा रहा है। यहां छह नलकूप, छह रसोई घर बनाया जा रहा है। इसी के साथ अयोध्यावासियों ने होम स्टे की व्यवस्था भी की है, जहां शुल्क देकर श्रद्धालु ठहर सकते हैं। अनेक निजी होटल्स भी तैयार हो रहे हैं। 30 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी यहां मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी इस दौरान अयोध्या में रोड शो भी कर सकते हैं।


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