BHOPAL. श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम (Ram Mandir Pran Pratistha) में बाबा महाकाल मंदिर से पांच लाख लड्डू वितरित किए जाएंगे। आज सुबह 9.45 बजे सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) भोपाल के मानस भवन से इन कंटेनरों को हरी झंडी दिखाकर अयोध्या रवाना करेंगे। मोहन यादव पूजा-अर्चना कर लड्डू से भरे ट्रक को रवाना करेंगे। ये लड्डू प्रसादी 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह ( Mahakal laddus distributed Pran Pratistha) में बांटे जाएंगे। अभी हाल ही में उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर की चिंतामन यूनिट में सीएम मोहन यादव ने लड्डू प्रसादी बनाई थी और इसकी पैकिंग भी की थी।
लड्डू बनाने की सामाग्री
- 80 क्विंटल शुद्ध घी
- 90 क्विंटल शक्कर
- 70 क्विंटल चना दाल का बेसन
- 30 क्विंटल रवा
- 10 क्विंटल काजू
- 5 क्विंटल किशमिश
- एक क्विंटल इलायची
250 कर्मचारियों ने 6 दिन में बनाकर किए तैयार
महाकाल मंदिर में तैयार हुए इन लड्डुओं को 250 कर्मचारियों ने 6 दिन में बनाकर कर इन्हें पैकेटों में पैक किया। हर लड्डू प्रसाद को अलग बॉक्स में रखा गया है। एक बड़े बॉक्स में 448 छोटे बॉक्स रखकर पैकिंग की गई है। बड़े बॉक्स की संख्या करीब 1121 है। दरअसल सीएम मोहन ने ऐलान किया था कि उज्जैन से 5 लाख लड्डू अयोध्या भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा था कि 2000 साल पहले सम्राट विक्रमादित्य ने अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनवाया था, उस मंदिर को 500 साल पहले बाबर ने तोड़ दिया था। अब जब दोबारा मंदिर निर्माण हो रहा है तो मध्य प्रदेश कैसे पीछे रह सकता है। इसलिए पूरे अवसर को अविस्मरणीय बनाने के लिए महाकाल से 5 लाख लड्डू अयोध्या रवाना होंगे।
5 लाख लड्डुओं की करोड़ों में कीमत
जानकारी के अनुसार एक लड्डू का वजन लगभग 50 ग्राम है। कुल 5 लाख लड्डुओं का वजन 250 क्विंटल और कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है। इन लड्डुओं को 5 ट्रकों से आज अयोध्या पहुंचाया जाएगा। 5 लाख लड्डुओं का वजन 250 क्विंटल और कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है। सारे लड्डू बनकर तैयार है। इन लड्डुओं को 5 ट्रकों के जरिए अयोध्या पहुंचाया जाएगा।
महाकाल के लड्डुओं की खासियत
महाकाल के लड्डू महाकालेश्वर मंदिर में तैयार किए जाते हैं। ये लड्डू अपनी स्वादिष्टता और पवित्रता के लिए प्रसिद्ध हैं। महाकाल के लड्डुओं की कुछ खासियत निम्नलिखित हैं:
- सामग्री: महाकाल के लड्डुओं को बनाने के लिए शुद्ध घी, बेसन, चीनी, और सूखे मेवे का उपयोग किया जाता है। सभी सामग्री को साफ और सुगंधित होना चाहिए।
- बनाने की विधि: महाकाल के लड्डुओं को बनाने की विधि भी बहुत ही साफ-सुथरी होती है। सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाकर गोल-गोल लड्डू बनाए जाते हैं।
- स्वाद: महाकाल के लड्डुओं का स्वाद बहुत ही स्वादिष्ट होता है। ये लड्डू मीठे और थोड़े से चॉकलेटी स्वाद के होते हैं।
- पवित्रता: महाकाल के लड्डुओं को महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल को अर्पित किया जाता है। इन लड्डुओं को प्रसाद के रूप में भी वितरित किया जाता है।
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महाकाल के लड्डुओं की कुछ अन्य विशेषताएं
- महाकाल के लड्डुओं को बनाने के लिए सांची का शुद्ध घी का उपयोग किया जाता है। सांची का घी बहुत ही गुणकारी होता है।
- महाकाल के लड्डुओं में सूखे मेवे भी डाले जाते हैं। इन सूखे मेवों में बादाम, काजू, पिस्ता, और किशमिश शामिल हैं।
- महाकाल के लड्डुओं को बनाने की विधि बहुत ही पारंपरिक है। ये लड्डू आज भी उसी विधि से बनाए जाते हैं जिस विधि से पहले बनाए जाते थे।
महाकाल के लड्डुओं का महत्व
महाकाल के लड्डुओं का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। ये लड्डू भगवान शिव के प्रतीक माने जाते हैं। महाकाल के लड्डुओं को खाने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ये लड्डू लोगों के लिए एक खास प्रसाद भी होते हैं।