विदेश में पढ़ाई का क्रेज भारतीय छात्रों के बीच तेजी से बढ़ता जा रहा है। विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस समय 13 लाख 35 हजार 878 भारतीय छात्र विदेशों की यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से हजारों छात्रों को विभिन्न स्कॉलरशिप्स ( Scholarships ) के जरिए एडमिशन मिला है। विदेशी यूनिवर्सिटीज की ओर से छात्रों को आकर्षित करने के लिए स्कॉलरशिप योजनाएं चलाई जाती हैं, जो इनरोलमेंट्स बढ़ाने में मदद करती हैं। इसके अलावा, ये यूनिवर्सिटीज पढ़ाई के दौरान छात्रों को काम करने का मौका भी देती हैं, जिससे वे अपनी आमदनी भी कर सकते हैं।
MBBS के लिए बेहतरीन विकल्प
कजाकिस्तान की कोक्शेताउ यूनिवर्सिटी ( Kokshetau University ) उन छात्रों के लिए एक अच्छा विकल्प है, जो विदेश में एमबीबीएस ( MBBS ) की पढ़ाई के साथ स्कॉलरशिप की तलाश कर रहे हैं। यह यूनिवर्सिटी इस साल के MBBS एडमिशन सत्र में 150 छात्रों को कुल 3 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप दे रही है। यह स्कॉलरशिप उन छात्रों को मिलेगी जो इस यूनिवर्सिटी के NExT बैच में दाखिला लेंगे।
क्यों है NExT तैयारी महत्वपूर्ण
भारत में डॉक्टरी प्रैक्टिस (Medical Practice) करने के लिए विदेश से एमबीबीएस करने वाले छात्रों को NExT एग्जाम ( नेशनल एग्ज़िट टेस्ट ) पास करना अनिवार्य है। कजाकिस्तान की कोक्शेताउ यूनिवर्सिटी उन चुनिंदा यूनिवर्सिटीज में से है, जो MBBS के दौरान NExT की तैयारी कराती है। यही कारण है कि इस यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले छात्रों के एग्जिट एग्जाम (Exit Exam) में पास होने की संभावना काफी अधिक होती है।
कैसे मिलेगी यह स्कॉलरशिप
यदि आपका बजट 20 से 25 लाख रुपए के बीच है और आप विदेश में एमबीबीएस करने की सोच रहे हैं, तो कजाकिस्तान की कोक्शेताउ यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं। यहां आप अपनी पूरी MBBS पढ़ाई केवल 20 से 25 लाख में पूरी कर सकते हैं, साथ ही आपको NExT बैच की 100% स्कॉलरशिप भी मिलेगी। आवेदन करने के लिए 1800-571-0202 पर कॉल करके अपनी स्कॉलरशिप बुक कर सकते हैं।
एफएमजीई टेस्ट पास करने वाले छात्रों का Ratio
- 2013 16.5%
- 2014 20.0%
- 2015 12.2%
- 2016 8.08%
- 2017 13.89%
- 2018 10.2%
- 2019 20.7%
- 2020 9.94%
- 2021 23.91%
- 2022 10.61%
- 2023 20.57%
बीते 10 वर्षों में 1.20 लाख से अधिक छात्र विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गए थे। लेकिन इन छात्रों में से केवल 25 हजार छात्र ही भारत में प्रैक्टिसिंग का लाइसेंस हासिल कर पाए हैं। बचे 95 हजार एमबीबीएस ग्रेजुएट्स भारत में डॉक्टरी का प्रैक्टिस लाइसेंस हासिल नहीं कर सके।
विदेश में NExT की तैयारी का खर्चा
विदेश से एमबीबीएस करने के बाद यदि छात्र NExT एग्जाम पास नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें कोटा, दिल्ली, पटना, या हैदराबाद जैसी जगहों पर तैयारी करनी पड़ती है। NExT की तैयारी के लिए भारत में रिकॉर्डेड क्लासेज (Recorded Classes) 20,000 रुपए से शुरू हो जाती हैं। लेकिन लाइव क्लासेज ( Live Classes ) में पढ़ाई करना अधिक फायदेमंद होता है, जिससे छात्रों को कॉन्सेप्ट्स क्लियर करने और डाउट सॉल्विंग में मदद मिलती है। लाइव क्लासेज के लिए NExT कोचिंग (Coaching) का खर्च 1.5 लाख से 2 लाख रुपए तक होता है।
इस लिंक से करें स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई
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