स्पोर्ट्स डेस्क. दक्षिण अफ्रीका ने जोहानिसबर्ग के वांडरर्स में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत को सात विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम ने 240 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे दक्षिण अफ्रीकी टीम ने तीन विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीकी टीम ने वांडरर्स में इतिहास रच दिया है। उन्होंने इस मैदान पर अपना सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया। इसस पहले टीम ने 2005/06 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 217 रन चेज किए थे।
इंडिया का अजेय रहने का सिलसिला टूटा : भारत ने पहली पारी में 202 रन बनाए थे। वहीं, दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 229 रन बनाए। भारत ने दूसरी पारी में 266 रन बनाए और इस तरह दक्षिण अफ्रीका के सामने 240 रन का लक्ष्य रखा। कप्तान डीन एल्गर ने नाबाद 96 रन की जबरदस्त पारी खेली और टीम को जीत दिलाई। इसके अलावा डुसेन ने 40 रन बनाए। इसी के साथ जोहानिसबर्ग में भारत के टेस्ट में अजेय रहने का सिलसिला टूट चुका है। भारतीय टीम ने इस मैदान में छह टेस्ट खेले हैं, जिसमें उसे सिर्फ एक मैच में हार मिली है। टीम ने दो टेस्ट जीते हैं और तीन मैच ड्रॉ रहा है। वहीं, मेजबान दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड इस मैदान पर औसत रहा है। उसने यहां 43 टेस्ट मैच खेले हैं, जहां उसे 19 में जीत मिली है। इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने तीन मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया है। दक्षिण अफ्रीका को 175 रन के कुल स्कोर पर तीसरा झटका लगा। मोहम्मद शमी ने रसी वान डर डुसेन को चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराया। डुसेन 92 गेंदों पर 40 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने कप्तान डीन एल्गर के साथ तीसरे विकेट के लिए 160 गेंदों पर 82 रन की साजेदारी निभाई। फिलहाल एल्गर 59 रन बनाकर और तेम्बा बावुमा क्रीज पर हैं।
डीन एल्गर ने कप्तानी पारी खेली : दक्षिण अफ्रीका का स्कोर दो विकेट पर 160 रन के पार जा चुका है। डीन एल्गर 55 रन और डुसेन 30 रन बनाकर क्रीज पर हैं। दोनों समझबूझकर शॉट लगा रहे हैं। अफ्रीकी टीम को जीत के लिए 79 रन की जरूरत है। एल्गर और डुसेन के बीच 68 रन की साझेदारी हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने कप्तानी पारी खेलते हुए टेस्ट करियर की 19वीं फिफ्टी लगाई। वह 53 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। वहीं दूसरे छोर से रसी वान डर डुसेन भी टिके हुए हैं। दोनों के बीच तीसरेे विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका ने दो विकेट गंवाकर 137 रन बना लिए हैं। उन्हें जीत के लिए अभी भी 103 रन की जरूरत है। चौथे दिन के खेल की शुरुआत हो चुकी है। आज 34 ओवर के खेल के होने की संभावना है। सवा दो घंटे तक मैच हो होगा। इसके बाद लाइट्स ठीक रहे तो 30 मिनट और मैच खेला जाएगा। दक्षिण अफ्रीका को फिलहाल 122 रन की जरूरत है। वहीं, भारत को जीतने के लिए आठ विकेट चाहिए। डीन एल्गर और रसी वान डर डुसेन क्रीज पर हैं। बुमराह पहले ओवर में बॉलिंग कर रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की हार हुई है। टेस्ट सीरीज जीतने के सपने देख रही टीम इंडिया को साउथ अफ्रीकी टीम ने करारा झटका दिया। अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर के नाबाद 96 रन और रेसी वान डर डुसे के बेहतरीन 40 रनों के दम पर मेजबान टीम ने 7 विकेट से जीत हासिल कर ली। चौथी पारी में पिच मुश्किल थी लेकिन साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज विकेट पर डटे रहे और अंत में उन्होंने टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। आइए जानते हैं टीम इंडिया की हार के मुख्य कारण क्या हैं।
जसप्रीत बुमराह: जसप्रीत बुमराह ने इस टेस्ट मैच में निराश किया। जसप्रीत बुमराह ने विकेट लेने की ज्यादा कोशिश की और इसी कोशिश में वो अपनी ताकत पर कायम नहीं रह सके। बुमराह ने मुश्किल पिच लगभग 4 रन प्रति ओवर रन दिए जो कि बेहद ही खराब प्रदर्शन है।
केएल राहुल की खराब कप्तानी: केएल राहुल की कप्तानी भी टीम इंडिया की हार की बड़ी वजह रही। राहुल ने चौथी पारी में काफी डिफेंसिव फील्ड रखी जिसका फायदा साउथ अफ्रीका ने उठाया। भारतीय कप्तान ने ऐसी फील्डिंग लगाई जिसके सामने नए बल्लेबाजों ने भी आसानी से सिंगल लिये। इसके साथ ही राहुल ने दूसरी पारी में भी शानदार शुरुआत नहीं दे सके।
ऋषभ पंत: दूसरी पारी में टीम इंडिया को शुरुआती झटके लगे। इसके बाद सारी जिम्मेदारी विकेट कीपर बल्लेबाज पंत पर थी। लेकिन मैच के अहम पड़ाव में पंत ने गैर जिम्मेदाराना शॉट खेला और आउट हो गए।
साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों का दमदार प्रदर्शन: भारत की हार की सबसे बड़ी वजह साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों का बेहतरीन प्रदर्शन रहा. डीन एल्गर, डुसे ने शरीर पर गेंदें झेली लेकिन इसके बावजूद वो विकेट पर डटे रहे. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 82 रनों की साझेदारी की. मार्करम ने एल्गर के साथ मिलकर 47 रन जोड़े और फिर कीगन पीटरसन ने भी एल्गर के साथ 46 रनों की अहम साझेदारी की.
मोहम्मद सिराज की कमी खली: जोहानिसबर्ग टेस्ट में टीम इंडिया ने मोहम्मद सिराज को काफी ज्यादा मिस किया. सिराज को पहली पारी में हैमस्ट्रिंग इंजरी हो गई थी जिसकी वजह से वो गेंदबाजी के लिए पूरी तरह फिट नहीं थे। सिराज ने मैच में सिर्फ 4 ही ओवर फेंके।