फास्ट बॉलर बनना चाहते थे सचिन, PAK में किया था डेब्यू, पिता ने क्यों दिया ये नाम

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Atul Tiwari
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फास्ट बॉलर बनना चाहते थे सचिन, PAK में किया था डेब्यू, पिता ने क्यों दिया ये नाम

Mumbai. आज यानी 24 अप्रैल को सचिन तेंदुलकर 49 साल के हो गए। सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर म्यूजिक डिरेक्टर सचिन देव बर्मन के फैन थे, इसलिए बेटे का नाम सचिन रखा। सचिन को बचपन से ही क्रिकेट में इंटरेस्ट था। पिता ने उनका दाखिला तब बेहतरीन कोच माने जाने वाले रमाकांत आचरेकर के यहां करा दिया। आचरेकर से ही सचिन की बारीकियां सीखीं। आइए, सचिन के बारे में जानते हैं...



16 की उम्र में डेब्यू



सचिन ने महज 16 साल की उम्र में भारत के लिए अपना डेब्यू 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच से किया था। कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस टेस्ट मैच की पहली पारी में सचिन 15 रन ही बनाए। सचिन को वकार यूनिस ने आउट किया था। वकार भी अपना पहला मैच खेल रहे थे।



टेस्ट डेब्यू के एक महीने बाद ही सचिन ने 18 दिसंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ ही गुजरांवाला में अपना वनडे डेब्यू किया था, इस मैच में वह जीरो पर आउट हुए थे। हालांकि इसके बाद सचिन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और दुनिया के बेहतरीन बैट्समैन बने। सचिन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 14-16 नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में खेला था। अपनी आखिरी टेस्ट पारी में सचिन 74 रन बनाकर आउट हुए थे।



बॉलर बनना चाहते थे  



शुरू में सचिन फास्ट बॉलर बनना चाहते थे। बॉलिंग सीखने के लिए एक ट्रेनिंग कैंप भी गए, जहां उन्हें कोच डेनिस लिली ने कहा कि तुम अपना पूरा ध्यान बैटिंग पर ही लगाओ। इसके बाद उन्होंने अपना पूरा फोकस बैटिंग किया और क्रिकेट के भगवान कहे जाने लगे।



टेस्ट, वनडे में सबसे ज्यादा रन, सेंचुरी का रिकॉर्ड



सचिन ने अपने 24 साल के इंटरनेशनल करियर में सचिन ने बैटिंग के करीब सभी बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए। 200 टेस्ट में उन्होंने 15,921 रन बनाए और 51 सेंचुरी और 68 हाफ सेंचुरी लगाईं। वहीं, 463 वनडे में 49 सेंचुरी और 96 हाफ सेंचुरी की मदद से 18,426 रन बनाए। सचिन के नाम टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा शतक और रन बनाने का रिकॉर्ड है।



100 इंटरनेशनल सेंचुरी बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज



सचिन इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 सेंचुरी लमाने वाले दुनिया के इकलौते बैट्समैन हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक बनाने के मामले में सचिन के बाद 71 शतकों के साथ रिकी पोंटिंग दूसरे और 70 सेंचुरी के साथ विराट कोहली तीसरे नंबर पर हैं।



सचिन के लिए किसने क्या कहा था?



नरेंद्र मोदी: सचिन के अंतिम मैच से पहले मोदी ने उनकी तारीफ की थी। कहा था, आज हर भारतीय की नजर मुंबई की ओर है, जहां सचिन क्रिकेट से संन्यास लेने वाले हैं। देश को सचिन पर गर्व है। सचिन का नाम लेने पर हर भारतीय को गर्व है। अपनी कड़ी मेहनत, ईमानदारी, समर्पण और अनगिनत प्रयासों से सचिन ने खेल में नए रिकॉर्ड बनाए हैं।



ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन: हाल ही में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत दौरे पर आए थे। जॉनसन गुजरात गए थे। यहां उनके काफी बैनर-होर्डिंग लगे थे। जॉनसन ने कहा- ऐसा लग रहा था जैसे कि मैं सचिन और अमिताभ हूं।



बराक ओबामा: मैं केवल सचिन तेंदुलकर को देखने के लिए क्रिकेट देखता हूं, क्योंकि मैं यह समझना चाहता हूं कि जब सचिन बल्लेबाजी कर रहे थे तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 5% की गिरावट क्यों आती है।



इमरान खान: सचिन तेंदुलकर ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, तब उस मैच में पाकिस्तान के कैप्टन इमरान खान थे। इमरान ने लंबे समय बाद एक इंटरव्यू में उस मैच को याद किया था। उन्होंने कहा था, “तेंदुलकर को क्रीज पर देखकर मैं हैरान था। मुझे लगा कि एक बच्चा आ गया है। वह कैसे खेल पाएगा। उसका कद भी छोटा था। मैं सोच रहा था कि क्या इसके पास तकनीक और हिम्मत है? क्या वह मुकाबला कर पाएगा? हमें उसे समझने में वक्त लगा। बॉल के साथ उसके बल्ले का कनेक्शन शानदार था। वह अल्लाह का उपहार था। सचिन की जो सबसे अच्छी चीज थी, वो उसका टैलेंट था। 



शेन वॉर्न: 1998 में कोका कोला कप के दौरान सचिन ने शेन वॉर्न की जमकर धुलाई की थी। तब शेन ने कहा था कि मुझे सपने में सचिन दिखाई देने लगे हैं। 


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