टोक्यो. यहां 24 अगस्त से 5 सितंबर तक पैरालंपिक गेम्स (Paralympics) का आयोजन किया जाना है। कोरोना (Corona) के चलते पैरालंपिक भी एक साल के लिए टाल दिए गए थे। पैरालंपिक खेलों में दुनियाभर के पैरा एथलीट (Para Athlete) यानी दिव्यांग खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। ओलंपिक की तरह ही हर चार साल के बाद इन खेलों का आयोजन कराया जाता है।
कितने देश, कितने खेल, कितने इवेंट्स
टोक्यो पैरालिंपिक में इस बार कुल 136 देश हिस्सा ले रहे हैं। इनमें दो देश पहली बार पैरलिंपिक खेलों में डेब्यू करते नजर आएंगे। इन दो देशों में भूटान और गुयाना के नाम शामिल हैं। साथ ही रूस आरओसी के रूप में ही खेलेगा। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान का एक भी एथलीट इस बार पैरालंपिक खेलों में नजर नहीं आएगा। टोक्यो पैरालंपिक के दौरान कुल 3686 एथलीट अपनी काबिलियत दिखाएंगे। पैरालंपिक में 22 खेलों के कुल 540 इवेंट होंगे।
बिना दर्शकों के होगा आयोजन
ओलंपिक में दर्शकों का आना बैन किया गया था, ऐसा ही पैरालंपिक में भी देखने को मिलेगा। ओलंपिक के दौरान टोक्यो के बाहरी क्षेत्रों में हुए खेलों में कुछ प्रशंसकों को अनुमति दी गई थी, लेकिन इस बार किसी भी खेल के लिए दर्शकों का आने की अनुमति नहीं होगी।
कोरोना प्रोटोकॉल पालन जरूरी
जापान ने कोरोना के बीच ओलंपिक का सफल आयोजन किया। अब 24 अगस्त से शुरू हो रहे पैरालंपिक को कोविड-19 प्रोटोकॉल्स के अंतर्गत खेला जाएगा। इसके लिए भी वही प्रोटोकॉल्स रखे गए हैं, जो ओलिंपिक में रखे गए थे। खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ व अधिकारियों को पूरे समय मास्क लगाना होगा। सिर्फ पदक विजेता फोटो खिचांने व प्रदर्शन करने के दौरान मास्क उतार सकते हैं। सभी खिलाड़ी व ऑफिशियल्स को इवेंट के दौरान 3 C को इग्नोर करना है। (Closed, Crowded places and Close contact with anyone)। पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल नहीं करना है।
सबसे ज्यादा मेडल US के नाम
पैरालंपिक में अभी तक सबसे ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड अमेरिका (USA) के नाम हैं। US ने अभी तक इन खेलों में कुल 2175 मेडल जीते। इनमें 772 गोल्ड, 700 सिल्वर और 703 ब्रॉन्ज शामिल हैं। दूसरे स्थान पर ब्रिटेन है। कुल 1789 पदक जीते, जिनमें 626 गोल्ड, 584 सिल्वर और 579 ब्रॉन्ज शामिल हैं। भारत की बात करें तो हमारे खिलाड़ियों ने पैरालंपिक खेलों में कुल 12 पदक जीते हैं। इन 12 पदकों में चार गोल्ड, चार सिल्वर और इतने ही ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।