कोहली का 100वां टेस्ट, मोहाली का मैदान खत्म करेगा जिंदगी में '71' का इंतजार

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Aashish Vishwakarma
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कोहली का 100वां टेस्ट, मोहाली का मैदान खत्म करेगा जिंदगी में '71' का इंतजार

मोहाली: भारत और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज 4 मार्च से शुरू हो रही है। इसका पहला मैच मोहाली में खेला जाएगा। यह विराट कोहली के करियर का 100वां टेस्ट मैच है। ऐसा करने वाले कोहली भारत के 12वें खिलाड़ी होंगे। टेस्ट मैचों की इस सेंचुरी से पहले कोहली को कई दिग्गजों ने बधाई दी है। कोहली अंतर्राष्ट्रीय किक्रेट में 70 शतक लगा चुके हैं। लेकिन पिछले 2 साल से कोहली शतक के लिए जूझ रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि मोहाली टेस्ट में प्रशंसको का 71 वें शतक का इंतजार खत्म होगा।




— BCCI (@BCCI) March 3, 2022



सचिन तेंदुलकर ने 2007 का एक किस्सा सुनाया: मास्टर ब्लास्टर ने कहा कि मुझे आज भी याद है जब मैंने विराट के बारे में पहली बार सुना था। हम ऑस्ट्रेलिया में थे। 2007 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान हर कोई टीम के भविष्य के लिए एक खिलाड़ी के बारे में बात कर रहा था, तभी मैंने पहली बार विराट का नाम सुना था। कोहली अंडर-19 वर्ल्ड कप खेल रहे थे। मैं और विराट बाद में साथ भी खेले। हालांकि, ज्यादा दिन तक साथ में बल्लेबाजी नहीं की, लेकिन मुझे यह पता था कि वह सीखने के लिए हमेशा बेचैन रहता है। समय के साथ वे खेल को उच्च स्तर पर लेकर गए। उनकी फिटनेस बेहतरीन है। वे अगली पीढ़ी को प्रेरणा देते हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। आशा है कि वे कई सालों तक टीम के लिए खेलें। 100वें टेस्ट मैच के लिए कोहली को ढेर सारी बधाई।



द्रविड़- विराट को अभी बहुत कुछ हासिल करना है: टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने भी विराट की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट खेलना उतना आसान नहीं है। 100 टेस्ट खेलना एक ऐसी उपलब्धि है जिस पर कोहली गर्व कर सकते हैं। उन्होंने मेरे साथ भी खेला है। मैंने उन्हें खेल में लगातार सुधार करते हुए देखा है। यह देखकर अच्छा लगता है। पिछले पांच-छह सालों में उन्होंने टीम की कमान भी संभाली है। यह आसान नहीं है। मुझे नहीं लगता है कि वे इतने से ही संतुष्ट हो जाएंगे। उन्हें अभी बहुत कुछ हासिल करना है।



सौरव गांगुली ने कहा: 11 साल पहले कोहली ने डेब्यू किया था। आज वह जहां है, ये सफर काफी शानदार रहा है। बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कप्तान होने के नाते मैं कोहली को बधाई देता हूं।



भारतीय सरजमीं पर कमाल करने वाले विराट ने इंग्लैंड दौरे पर संघर्ष किया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के खिलाफ जमकर रन बनाए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी तकनीक में बदलाव किया और अगले इंग्लैंड दौरे पर रनों की झड़ी लगा दी। अब फिर एक बार विराट बड़ी पारी खेलने के लिए काफी संघर्ष करते नजर आ रहे हैं, लेकिन शायद इस 100वें मैच में विराट के बल्ले से बड़ी पारी देखने का मौका मिल सकता है। कप्तानी छोड़ने के बाद कल पहली बार विराट कोहली सफेद कपड़ो में नजर आएंगे। अब उम्मीद यहीं है कि विराट अपने 100वे मैच को यादगार बनाए और शतक के इंतजार को भी खत्म करे।



कैसा रहा विराट का टेस्ट करियर: 



1- 25 मैचों में विराट का प्रदर्शन: अपने टेस्ट करियर की शुरुआत विराट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ की थी। इन 25 मैचों में कोहली ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे उन्हें विश्व के दिग्गज बल्लेबाजों में शामिल किया जाए। इस दौरान उन्होंने शुरुआती 25 टेस्ट मैचों में 43 पारियां खेली थी। 44.35 के औसत से 1730 रन बनाए थे। इसमें 6 शतक और 9 अर्धशतक भी शामिल थे। 



26-50 मैचों में विराट का प्रदर्शन: विराट ने अपने करियर के इस दूसरे फेज में जैसा प्रदर्शन किया है। वह दिखाता है कि विराट के बल्ले में कितनी क्लास है। इन मैचों में उन्होंने 43 पारियां खेली और इन 43 पारियों में 51.45 की औसत से 2161 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 8 शतक और 4 अर्धशतक निकले। अब टेस्ट में भी विराट खास बल्लेबाज के तौर पर पहचान बनाने में साबित हुए। इसी बीच कोहली को टेस्ट की कप्तानी मिली। इसके बाद से उनका और भारतीय टेस्ट टीम का सुनहरा दौर शुरू हुआ।



51-75 मैचों में विराट का प्रदर्शन: करियर के इस तीसरे फेज में कोहली का कद विराट होते चला गया। ये कोहली के करियर का पीक था, जिसमें उन्होंने पूरी दुनिया में राज किया। टीम की कप्तानी करते हुए उन्होंने विदेशों में जाकर न ही सिर्फ मैच जीते बल्कि कई रिकॉर्ड भी बनाए। विराट की कप्तानी में भारत ने विदेशी सरजमी पर मैच जीतना शुरू किया। विराट ने न सिर्फ बल्लेबाजी में लेकिन गेंदबाजी में भी भारतीय टीम को मजबूत बनाया। इस दौरान उनका बल्ला हमेशा आग उगलता रहा। 42 पारियों में विराट ने 67.10 के औसत से 2617 रन बनाए इसमें 11 शतक और 6 अर्धशतक शामिल थे। 



76-99 मैचों में विराट का प्रदर्शन: विश्व क्रिकेट में बादशाहत पाने के बाद विराट अपने करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। उनका आखिरी शतक 2019 में आया था और तब से ही विराट को शतक का इंतजार है। इस बीच विराट ने कप्तानी भी छोड दी। विराट कोहली की कवर ड्राइव किसी भी बल्लेबाज को दीवाना बना दे लेकिन उनकी यही ताकत आज उनकी कमजोरी के रूप में दिखाई दे रही है। अपने करियर के आखिरी 24 मैचों में विराट ने 40 पारियां खेली हैं और 38.26 के औसत से सिर्फ 1454 रन ही बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ दो शतक निकले हैं। वहीं इसमें 9 अर्धशतक भी शामिल है।


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