New Delhi. इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है। लेकिन मैच के पहले ही अपनी पहले की स्ट्रेटजी के तहत ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स ने रोना रो दिया है। जी हां यह रोना है पिच को लेकर, दरअसल ऑस्ट्रेलियन पूर्व क्रिकेटर इयान हिली ने का कहना है कि इंडिया ने विश्वासघात किया है। उनका कहना है कि उन्हें उम्मीद नहीं है कि सीरीज के पहले इंडिया उन्हें वैसी पिचें मुहैया कराएगा, जैसी मैच के दौरान उन्हें मिलेंगी। इयान हिली ऑस्ट्रेलियन टीम में बतौर विकेट कीपर काफी मशहूर हुए थे।
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर उस्मान ख्वाजा ने इंडियन टूर को लेकर बयान दिया था। दरअसल उस्मान ख्वाजा से यह पूछा गया था कि ऑस्ट्रेलियन टीम इंडिया के खिलाफ सीरीज के पहले कोई अभ्यास मैच क्यों नहीं खेल रही है। उस पर उस्मान ख्वाजा का कहना था कि प्रैक्टिस मैच का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि मैच की पिच और प्रैक्टिस पिच में काफी अंतर मिल रहा था, ऐसे में प्रैक्टिस का क्या फायदा।
ऑस्ट्रेलिया की पुरानी स्ट्रेटजी
दरअसल ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम की यह खासियत है कि वे खेल को खेल की तरह नहीं बल्कि जंग की तरह लेते हैं। इसके लिए वे कूटनीति, बयानबाजी, स्लेजिंग और हर हथकंडा अपनाते हैं। यही कारण है कि हर बार ये अपने दौरे के पहले कुछ न कुछ ऐसा जरूर कहते हैं जिससे सामने वाली टीम या तो प्रेशर में आ जाए या फिर आगबबूला हो उठे।
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यह है अतीत
1. साल 1998 में भारत के दौरे पर पहुंचने से पहले ऑस्ट्रेलियन फिरकी गेंदबाज शेनवॉर्न ने काफी कुछ बयान दिए थे। उन्होंने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को टारगेट करते हुए कहा था कि मैं सचिन को अपनी गेंदबाजी का पैनापन दिखाना चाहता हूं। यह जरूर है कि दौरे के बाद उनका बयान था कि सचिन मुझे कई दिन तक सपने में भी डराते रहे।
2. मंकीगेट कांड- इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए दौरों में मंकीगेट कांड काफी छाया रहा। इस कांड ने जहां टर्बोनेटर हरभजन सिंह को काफी परेशान किया था वहीं इस कांड के बाद पूरी की पूरी टीम ऑस्ट्रेलियन टीम के खिलाफ एकजुट हो गई थी।
इंग्लैंड की टीम हो या वेस्टइंडीज की टीम हा टीम के साथ भी ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम का बर्ताव ऐसा ही रहता है। अब देखना यह होगा कि इस बयानबाजी से भारतीय क्रिकेट टीम पर क्या असर पड़ता है। और इंडियन क्रिकेटर्स की तरफ से इस बयानबाजी के जवाब में क्या पलटवार किया जाता है।