New Dehli. भारतीय हॉकी टीम के प्रशिक्षक के पद से ग्राहम रीड ने इस्तीफा दे दिया है। हॉकी विश्वकप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने स्वतः इस्तीफा दे दिया है। उनके अलावा टीम के एनालिटिकल कोच ग्रेग क्लार्क और साइंटिफिक एडवाइजर मिचेल डेविड पेम्बरटन ने भी अपना पद छोड़ दिया है। बता दें की इंडिया की हॉकी टीम वर्ल्ड कप में नौवें स्थान पर रही।
ग्राहम रीड अप्रैल 2019 में टीम के कोच नियुक्त किए गए थे। उनके प्रशिक्षण की बदौलत ही इंडिया ने 2021 में टोक्यो ओलंपिक में दशकों से चला आ रहा मैडल का सूखा खत्म किया था। टीम ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया था। 58 बसंत देख चुके रीड ने भुवनेश्वर में विश्वकप के समापन के एक दिन बाद ही हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की को अपना रेजिग्नेशन सौंप दिया है। वर्ल्डकप फाइनल में जर्मनी ने बेल्जियम को पेनल्टी शूट-आउट में शिकस्त दी और वर्ल्ड चैंपियन बन गई। यह जर्मनी का तीसरा वर्ल्ड चैंपियन का खिताब है।
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक दिलाने के अलावा ग्राहम रीड और उनके सहयोगी स्टाफ की मदद से इंडिया ने पिछले साल 2021-22 में एफआईएच हॉकी प्रो लीग सीजन में भी शानदार प्रदर्शन किया था। साथ ही बीते साल हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी टीम इंडिया ने दूसरा स्थान हासिल किया था और सिल्वर मेडल जीता था। हालांकि वर्ल्डकप में टीम उतना खास प्रदर्शन नहीं दोहरा सकी। हॉकी टीम इंडिया क्वार्टर फाइनल में भी क्वालिफाई न कर सकी।
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इस्तीफे के ऐलान के साथ कोच ग्राहम रीड ने कहा कि ‘अब समय आ गया है कि मैं पद छोड़ दूं और अगले मैनेजमेंट को जिम्मेदारी सौंप दूं। टीम और हॉकी इंडिया के साथ काम करना सम्मान और सौभाग्य की बात है। मैंने इस शानदार यात्रा के हर पल का आनंद लिया और मैं टीम को सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।
वर्ल्ड कप में ये था भारतीय टीम का सफर
हॉकी वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने ग्रुप स्टेज में स्पेन को 2-0 से हराया, इंग्लैंड के साथ 0-0 से ड्रॉ खेला और आखिरी ग्रुप मैच में वेल्स को 4-2 से हराया था। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए उसे क्रॉसओवर मैच में न्यूजीलैंड को हराना था। फाइनल व्हिसिल तक न्यूजीलैंड ने भारत की लीड को 3-3 पर लाकर पेनल्टी शूटआउट की नौबत ला दी। फिर पेनल्टी शूटआउट में इंडिया टीम को हार झेलनी पड़ी और वर्ल्डकप का सफर समाप्त करना पड़ा।