स्पोर्ट्स डेस्क. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल मुकाबला लंदन के द ओवल मैदान पर खेला जा रहा है। इस पांच दिनी मैच का दूसरा दिन भी ऑस्ट्रेलिया के ही नाम रहा। पहले सेशन में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 469 पर ऑलआउट कर दिया। लेकिन भारत ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 151 रन बनाने में 5 विकेट गंवा दिए।
टीम इंडिया का टॉप-ऑर्डर सेट होने के बाद भी सस्ते में पवेलियन लौट गया। टीम ने 75 गेंदों के अंदर 4 विकेट खो दिए। रवींद्र जडेजा ने फाइट की, लेकिन वह भी 48 रन बनाकर आउट हो गए। अब अजिंक्य रहाणे और विकेटकीपर केएस भरत नाबाद हैं। दोनों पर भारत के लिए फॉलो-ऑन बचाने की जिम्मेदारी है।
भारत का खराब परफॉर्मेंस
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के खराब परफॉर्मेंस पर सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस जमकर लताड़ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- ये भारत में ही संभव है (इट हैंपन्स ओनली इंडिया)। टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी (युजवेंद्र चहल) और दुनिया के नंबर 1 बेस्ट बॉलर को बाहर बैठा दिया।
After this loss, the captain will say 'We have to learn and move on'#WTCFinal2023 pic.twitter.com/UJui0pzuPn
— Vibhor (@dhotedhulwate) June 8, 2023
एक अन्य यूजर ने लिखा- ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड की परिस्थितियों में 450 से ज्यादा रन बना लिए, लेकिन बीसीसीआई और जय शाह को तो आईसीसी ट्रॉफी से ज्यादा आईपीएल के पैसे प्रिय हैं।
India had to lose once Australia posted 450+ in English conditions.
For @BCCI and @JayShah IPL moolah is more important than ICC titles.
How can we expect the team to perform when not given enough window after IPL ? Same story as last #WTCFinals
— ashutosh tewari (@ashu_tewari) June 9, 2023
इससे पहले भी WTC में टीम के सिलेक्शन पर सवाल उठे थे
अनिल कपूर के बेटे और एक्टर हर्षवर्धन ने ट्वीट किया था- ये बहुत बड़ी ट्रैजेडी है कि विराट कोहली इस टेस्ट टीम के कप्तान नहीं हैं। उनके बिना टीम में कोई उत्साह नहीं नजर आ रहा। खिलाड़ी बिल्कुल हताश और निराश लग रहे हैं। वे बस रोहित शर्मा के अंडर काम चला रहे हैं। टीम का सिलेक्शन भी सही नहीं रहा। अश्विन को टीम में खिलाना चाहिए था। बुमराह का चोट की वजह से बाहर हो जाना भी टीम के लिए नुकसानदेह साबित हुआ।
इस पर विवाद
दुनिया के बेस्ट स्पिन बॉलर रविचंद्रन अश्विन डब्ल्यूटीसी चैंपियनशिप फाइनल के लिए टीम में तो हैं, लेकिन उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया। युजवेंद्र चहल को भी शामिल नहीं किया गया। वहीं, टॉस के वक्त कैप्टन रोहित शर्मा ने तर्क दिया था कि पिच और कंडीशंस देखते हुए अश्विन की जगह एक एक्स्ट्रा फास्ट बॉलर को मौका दिया गया।
शमी और सिराज ने किया शॉर्ट गेंदों का बेहतर इस्तेमाल
पहले दिन ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ ने 251 रन की पार्टनरशिप कर ली थी। दोनों दूसरे दिन भी बैटिंग करने उतरे, लेकिन इस बार तेज गेंदबाजों ने सटीक लाइन-लेंथ के साथ बॉलिंग की। मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज ने हेड के खिलाफ लगातार शॉर्ट बॉल फेंकी। जिसका असर भी दिखा और हेड पहले सेशन में 17 रन और बनाकर आउट हो गए। हेड के विकेट के बाद भारत ने कैमरन ग्रीन को भी जल्दी आउट कर दिया और ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाया।
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किस्मत का साथ मिला
पहले दिन टीम इंडिया को विकेट लेने के मौके कम मिले, लेकिन दूसरे दिन हमें किस्मत का भी साथ मिला। सेंचुरी बनाने वाले स्टीव स्मिथ शार्दूल ठाकुर की बॉल को पुश करना चाहते थे, लेकिन बॉल बैट से लगकर स्टंप्स में जा लगी। एलेक्स कैरी रिव्यू लेने के बाद आउट हुए और केएस भरत ने हेड का शानदार कैच भी पकड़ा।
सस्ते में पवेलियन लौटे रोहित और गिल
469 रन के जवाब में भारत के ओपनर्स ने पॉजिटिव स्टार्ट किया। लेकिन पांचवें ओवर में आए स्कॉट बोलैंड ने मैडन ओवर फेंक कर दोनों पर दबाव बनाया। छठे ओवर की आखिरी गेंद पर रोहित शर्मा LBW हो गए। सातवें ओवर में बोलैंड ने ही सटीक लाइन-लेंथ पकड़ कर रखी और शुभमन गिल गेंद छोड़ने में बोल्ड हो गए।
71 रन गंवाए थे 4 विकेट
टीम इंडिया का स्कोर एक समय 5.5 ओवर में 30 पर जीरो विकेट था। लेकिन 18.2 ओवर तक टीम का स्कोर 71 रन पर 4 विकेट हो गया। रोहित शर्मा 15, शुभमन गिल 13, चेतेश्वर पुजारा 14 और विराट कोहली भी 14 रन बनाकर आउट हो गए। ऐसे में टीम के टॉप-4 बल्लेबाज 75 गेंदों के अंदर ही पवेलियन लौट गए।
भारत को आगे क्या करना होगा?
टीम इंडिया से अनुभवी अजिंक्य रहाणे और युवा केएस भरत नाबाद हैं। दोनों तीसरे दिन पारी को आगे बढ़ाएंगे। दोनों को लंबी पार्टनरशिप बनाने की जरूरत है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया से स्मिथ और हेड भी लंबी पार्टनरशिप कर टीम को बड़े स्कोर तक ले गए। ऐसे में इस पिच पर पार्टनरशिप बेहद जरूरी है। भरत और रहाणे के बाद भी शार्दूल ठाकुर तक टीम के पास बैटिंग ऑप्शन अवेलेबल है।
भारत अब भी मुकाबले में
ऑस्ट्रेलिया ने अपने घरेलू मैदान से बाहर भारत के खिलाफ 11वीं बार पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बनाए हैं। इससे पहले जब भी ऐसा हुआ तब 4 मैचों में टीम इंडिया को जीत मिली और केवल एक ही बार ऑस्ट्रेलिया मैच जीत सका। 4 मैच ड्रॉ रहे, वहीं एक टाई भी हो गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के अच्छे रिकॉर्ड को देखते हुए टीम इंडिया को अब भी मुकाबले में पूरी तरह बाहर नहीं कहा जा सकता।