स्पोर्ट्स डेस्क. क्रिकेट फैन्स के लिए अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का इंतजार खत्म होने जा रहा है। टूर्नामेंट का आगाज शुक्रवार यानी 31 मार्च को होगा। पहला मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और डिफेंडिंग चैम्पियन गुजरात टाइटन्स (GT) के बीच अहमदाबाद में खेला जाएगा। चेन्नई की कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी कर रहे तो गुजरात की कमान हार्दिक पंड्या के हाथों में है। आईपीएल को और भी रोचक बनाने के लिए इस बार कुछ नए नियमों को लागू किया गया है। इनमें इम्पैक्ट प्लेयर नियम काफी चर्चा में है। फैन्स के मन में इस नियम को लेकर कई सारे सवाल हैं। जैसे- आखिर IPL में कैसा होगा इम्पैक्ट प्लेयर नियम, मैच के दौरान टीम में कैसे और कब होगा बदलाव, क्या विदेशी खिलाड़ी को बदल सकेंगे? आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब...
आखिर है क्या ये इम्पैक्ट प्लेयर नियम?
सीधे सरल तरीके से समझें, तो इस नियम का मतलब है कि मैच के दौरान प्लेइंग-11 में से किसी एक प्लेयर को बाहर कर, उसकी जगह नया खिलाड़ी शामिल करना है। इसके लिए दोनों टीमों के कप्तानों को टॉस के दौरान प्लेइंग-11 के अलावा 4-4 खिलाड़ियों के नाम और बताने होंगे। इनमें से ही कोई एक प्लेयर बदला जा सकता है।
मैच में कब इस नियम का इस्तेमाल कर सकते हैं?
हर पारी में 14वें ओवर से पहले टीम इस इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल कर सकती है। जब ओवर खत्म होता है या विकेट गिरता है या फिर कोई प्लेयर चोटिल हो जाता है, तब इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल कर खिलाड़ी बदला जा सकता है।
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बारिश आए और मैच के ओवर कम हों, तब क्या होगा?
बारिश के कारण यदि मैच 10-10 ओवरों से कम का किया जाता है, तब इस नियम का इस्तेमाल नहीं हो सकता है। इम्पैक्ट प्लेयर नियम को इस्तेमाल करने के लिए मैच का 10-10 ओवर से ज्यादा का होना जरूरी है।
कैसे इस्तेमाल होगा इम्पैक्ट प्लेयर नियम?
टीम का कप्तान, कोच, टीम मैनेजर या फोर्थ अंपायर के जरिए इम्पैक्ट प्लेयर नियम इस्तेमाल करने की सूचना फील्ड अंपायर को दे सकते हैं। इसके बाद फील्ड अंपायर दोनों हाथों को ऊपर उठाकर क्रॉस बनाएगा और मुट्ठी बनाते हुए साइन करेंगे। तब समझ लें कि इस नियम का इस्तेमाल हुआ है।
बीच मैच से बाहर होने वाले खिलाड़ी का क्या होगा?
इम्पैक्ट प्लेयर के तहत मैच से बाहर किए गए खिलाड़ी का फिर कोई रोल नहीं होगा। प्लेइंग-11 से बाहर होने पर फिर उसका किसी प्रकार से कोई इस्तेमाल नहीं हो सकेगा।
क्या विदेशी खिलाड़ी भी इम्पैक्ट प्लेयर हो सकते हैं?
जी हां, IPL के नियमानुसार प्लेइंग-11 में सिर्फ 4 ही विदेशी खिलाड़ी खेल सकते हैं। यदि पहले से ही किसी टीम की प्लेइंग-11 में 4 विदेशी खिलाड़ी हैं, तब 5वां विदेशी प्लेयर शामिल नहीं किया जा सकता है। यदि प्लेइंग-11 में पहले से तीन विदेशी प्लेयर हैं, तो फिर चौथा विदेशी खिलाड़ी बतौर इम्पैक्ट प्लेयर शामिल किया जा सकता है।
इम्पैक्ट प्लेयर कितनी गेंदबाजी कर सकेगा। क्या बीच में ओवर कर पाएगा?
इम्पैक्ट प्लेयर प्लेइंग-11 में शामिल होते ही नियमानुसार 4 ओवर गेंदबाजी कर सकता है। भले ही उस प्लेयर को जिस खिलाड़ी की जगह लाया गया है, उसने अपने 4 ओवर पूरे कर लिए हों, तब भी इम्पैक्ट प्लेयर 4 ओवर कर सकेगा। मगर इम्पैक्ट प्लेयर को बीच ओवर में शामिल किया जाता है, तो वह उस ओवर को पूरा नहीं कर पाएगा। उसे नया ओवर ही दिया जा सकता है।
क्या पहले भी कभी इम्पैक्ट प्लेयर नियम इस्तेमाल हुआ है?
BCCI ने इस नियम को ट्रायल के तौर पर आईपीएल से पहले घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लागू किया था। तब दिल्ली की टीम ने सबसे पहले यह नियम इस्तेमाल किया था और मणिपुर के खिलाफ ऋतिक शौकीन को बदला था। तब ऋतिक पहले इम्पैक्ट प्लेयर बने थे।
आईपीएल के नए नियम पर रोहित ने क्या कहा?
आईपीएल के इस सत्र से लागू किए जा रहे 'इंपैक्ट' खिलाड़ी के नियम पर रोहित ने कहा कि इससे हरफनमौला खिलाड़ी की भूमिका कम नहीं होगी। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि यह एक ऑलराउंडर को प्रभावित करेगा या नहीं, क्योंकि एक ऑलराउंडर हमेशा एक ऑलराउंडर ही रहेगा।' रोहित ने कहा, 'खेल के किसी भी चरण में कोई फर्क नहीं पड़ता, आपके पास उसे किसी भी समय गेंदबाजी करने या किसी भी समय बल्लेबाजी करने का विकल्प होता है। उस खिलाड़ी (इंपैक्ट खिलाड़ी) का इस्तेमाल आप पांचवें या छठे गेंदबाज या एक अतिरिक्त बल्लेबाज के तौर पर कर सकते हैं।