संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में नो कार डे (22 सितंबर) के अवसर पर अधिकारी और नेता दोनों कार छोड़कर अलग-अलग वाहनों पर दिखे। कलेक्टर पैदल घर से निकले फिर स्टॉप से टिकट लिया और आईबस में सफर कर कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने पहले ई-स्कूटी चलाई और फिर सिटी बस से सफर कर दफ्तर गए। पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर ने फिटनेस का उदाहरण दिया और साइकिल चलाकर दफ्तर गए। इस मुहिम में सबसे बड़ी हाईकोर्ट जस्टिस भी पीछे नहीं रहे, कई जस्टिस ई रिक्शा से पहुंचे, वहीं अतिरिक्त महाधिवक्ता भी ई रिक्शा से गए। पूर्व महापौर व विधायक मालिनी गौड़, मंत्री उषा ठाकुर, विधायक संजय शुक्ला भी ई रिक्शा और साइकिल पर नजर आई। हालांकि आमजन पर बहुत अधिक नहीं दिखा और सभी ने जरूरत के हिसाब से कार का उपयोग किया, हालांकि चौराहों पर कारों की कमी साफ देखी गई।
नो कार से डे एयर क्वालिटी इंडेक्स में कोई बदलाव नहीं
वायू प्रदूषण को कम करने के अभियान के तहत यह नो कार डे हो रहा है लेकिन यह दि एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें तो नो कार डे से पहले गुरुवार को यह इंडेक्स 73 था जो संतोषजनक कैटेगरी में आता है और वहीं नेशनल पॉल्यूशन कंट्रोल की साइट के आंकड़ों की बात करें तो यह सुबह से दोपहर 12 बजे तक 70 के ऊपर ही बना हुआ था। यानि इससे एयर क्वालिटी में बहुत अधिक सुधार की बात सामने अभी तक नहीं आई है। हालांकि पूरे दिन भर के बाद औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स में कुछ सुधार दिख सकता है, क्योंकि दिन में दोपहर 12 से शाम पांच-छह बजे तक वाहनों की संख्या सड़कों पर कम होती है।
संगठनों ने दिखाई रुचि
हालांकि, विविध संगठनों, एनजीओ आदि ने इसमें हिस्सेदारी की है और वह दफ्तरों, कार्यस्थलों पर साइकल या दो पहिया वाहनों से पहुंचे। आईडीए सीईओ आरपी अहिरवार, अपर कलेक्टर रोशन राय सहित कई एसडीएम, तहसीलदार साइकिल से ऑफिस आए। नगर निगम के सभी अपर आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों-कर्मचारी चार पहिया वाहनों का इस्तेमाल नहीं किया। नो कार डे अभियान का समर्थन हाईकोर्ट इंदौर बेंच ने भी किया है। इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर की अगुवाई में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अप./मुख्या) राजेश हिंगणकर भी साइकिल से कार्यलय आए। तारेश सोनी सहित अन्य थाना प्रभारी भी दो पहिया वाहनों से पहुंचे। इसके साथ ही इंदौर पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी भी साइकिल व लोक परिवहन का उपयोग कर रहे हैं।